पंजाब: 120 फुट के बोरवेल में 109 घंटों तक फंसा रहा मासूम, निकाला गया बाहर तो रुक चुकी थी सांसें
नई दिल्ली। पंजाब के संगरूर जिले में 120 फुट गहरे बोरवेल में गिरे 2 साल के बच्चे को पूरे 109 घंटों बाद बामुश्किल निकाला गया। बच्चे को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। फतेहवीर सिंह नाम के बच्चे का हाथ में रस्सी लपेटकर किसी तरह उसे बाहर निकाला गया तो बाहर लाते ही उसे आनन फानन में एयर एंबुलेंस से चंडीगढ़ के पीजीआई ले जाया गया। यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बच्चे को सुबह 5 बजे बाहर निकाला गया तब से परिवार वालों को उसके शरीर में जरा भी मूवमेंट नहीं दिख रहा था। परिवार ने उम्मीद छोड़ दी थी। इसके दो घंटे बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। संगरूर के डिप्टी कमीश्नर घनश्याम थोरी ने कहा कि ये रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाली एनडीआरएफ की टीम ने पहले फतेहवीर को रस्सी से निकालने पर ही विचार कर रही थी। 6 जून को बच्चे को रस्सी से खींचने की कोशिश भी की गई लेकिन उसे खींचा नहीं जा सका। इसलिए चोट लग जाने के डर से इस फैसले को छोड़कर बगल में एक और गड्ढा खोदने के बारे में सोचा गया। हालांकि इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ।
इसके अलावा एनडीआरएफ आरसीसी पाइप की वर्टिकल शॉफ्ट बनाई और बोरवेल के बराबर में एक गड्ढा खोदा ताकि फतेहवीर तक पहुंचा जा सके। आस पास 2-3 पैरलल बोर होने के चलते टीम बच्चे तक नहीं पहुंच सकी। फतेहवीर की मृत्यु के बाद राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दुख व्यक्त किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा- मासूम फतेहवीर की दर्दनाक मौत के बारे में जानकर दुख हुआ। मैं वाहेगुरु से प्रार्थना करता हूं कि वे मासूम के परिवार को इस दुख को सहन करने की क्षमता दें। आगे से खुदने वाले हर बोरवेल के बारे में जानकारी ले ली गई है ताकि इस तरह की घटनाओं से सतर्क रहा जा सके।
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