दिल्ली हिंसा: आंखों पर काली पट्टी बांध TMC का प्रदर्शन, कहा- ये सरकार अंधी है, पुलिस ने सिर्फ तमाशा देखा
नई दिल्ली। संसद में सोमवार से बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत दोनों ही सदनों में भारी हंगामे के साथ हुई। विपक्षी पार्टियों ने दिल्ली हिंसा को लेकर भारी हंगामा किया। जिसके बाद दोनों सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
Recommended Video
टीएमसी ने सरकार को बताया अंधा
एक ओर जहां कांग्रेस पार्टी गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग कर रही है। वहीं तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने आंखों पर काले रंग की पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया है। विरोध प्रदर्शन के लिए काली पट्टी के इस्तेमाल पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, 'काली पट्टी आंखों पर बांधकर हमने दर्शाया कि ये सरकार अंधी है। पहले तीन दिन पुलिस ने सिर्फ खड़े होकर तमाशा देखा। उंगली मुंह पर रखकर हमने बताया कि जब जरुरत होती है ये तब नहीं बोलती है।'
|
दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग
बता दें लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा के लिए विपक्ष ने अलग से 23 नोटिस भी दिए हैं। इन विपक्षी पार्टियों में कांग्रेस, शिवसेना, तृणमूल कांग्रेस, एआईएमआईएम और डीएमके शामिल हैं। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस मामले में कहा, 'हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री संसद में आकर जवाब दें। अब तक 56 इंच की बातें बहुत सुनी हैं, इतने लोगों की मौत दिल्ली में हुई लेकिन पीएम ने अब तक एक शब्द नहीं बोला। हम चाहते हैं कि वो आकर समझाए कि चल क्या रहा है और उनकी सरकार का इरादा क्या है?'
|
दिल्ली पुलिस पर भी लग रहे आरोप
गौरतलब है कि दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में बीते दिनों काफी हिंसा देखने को मिली थी। जिसमें अभी तक 46 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। इस बीच विपक्षी पार्टियां सरकार पर ये आरोप लगा रही है कि उसने हिंसा के दौरान कोई कार्रवाई नहीं की। विपक्ष ये आरोप भी लगा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने मूकदर्शक बनकर महज तमाशा देखा है।