बीजेपी का प्रचार कर 'फंसे' द ग्रेट खली, टीएमसी ने चुनाव आयोग से शिकायत की
नई दिल्ली- लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के लिए प्रचार करना 'द ग्रेट खली' को महंगा पड़ सकता है। टीएमसी ने चुनाव आयोग को खत लिखकर शिकायत की है कि खली अमेरिकी नागरिक हैं, ऐसे में वो बीजेपी के पक्ष में प्रचार करके निष्पक्ष चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं।
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'द ग्रेट खली' पर आरोप
26 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के जादवपुर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अनुपम हाजरा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का फैसला खली की मुश्किलें बढ़ाने वाला है। क्योंकि, तृणमूल कांग्रेस ने दलीप सिंह राणा या द ग्रेट इंडियन खली के बारे में चुनाव आयोग से अपनी लिखित शिकायत में कहा है कि, "उनके (खली) पास अमेरिकी नागरिकता है, एक विदेशी को भारतीय मतदाताओं के मन को प्रभावित करने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए।"
खली ने क्या किया था?
शुक्रवार को जब पश्चिम बंगाल के जादवपुर में बीजेपी प्रत्याशी अनुपम हाजरा नामांकन के लिए पहुंचे तो उनके साथ खली भी मौजूद थे, जिनको देखने के लिए वहां भारी भीड़ उमड़ी थी। इस दौरान भारत के पहले डब्ल्यू डब्ल्यू ई (WWE) वर्ल्ड हेवीवेट रेसलिंग चैंपियन (world heavyweight wrestling champion) खली ने अनुपम हाजरा को अपने भाई की तरह बताया था। उन्होंने लोगों से हाजरा को वोट देने की अपील करते हुए कहा था कि, "जब भी और जहां भी ये मुझे बुलाएंगे मैं आऊंगा।"
कौन हैं अनुपम हाजरा?
अनुपम हाजरा टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। वे 2014 के चुनाव में बोलपुर लोकसभा सीट से टीएमसी के टिकट पर जीते थे। मौजूदा चुनाव में वे जादवपुर से टीएमसी की मीमी चक्रवर्ती और सीपीएम के बिकास रंजन भट्टाचार्य के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। इसलिए, टीएमसी को उनके खिलाफ पलटवार का मौका मिल गया है।
टीएमसी भी फंस चुकी है
गौरतलब है कि टीएमसी के पक्ष में बांग्लादेशी अभिनेताओं द्वारा खूब जोर-शोर से प्रचार अभियान चलाने के आरोप लगे थे। इसको लेकर बीजेपी ने खूब हल्ला किया था। बाद में उन बांग्लादेशी एक्टर्स को वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप में उनके देश वापस भेज दिया गया था। इसलिए, जब खली चुनाव प्रचार में उतरे तो टीएमसी को पलटवार का मौका मिल गया और वह खली को रोकने के लिए चुनाव आयोग में पहुंच गई। गौरतलब है कि खली भारतीय मूल के रेसलर हैं, जिनके पास अब अमेरिकी नागरिकता है। ऐसे में देखने वाली बात है कि चुनाव आयोग इस पर क्या फैसला लेता है।
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