TMC के बागी शुभेन्दु अधिकारी बोले- 'पार्टी नेतृत्व के साथ काम नहीं कर सकता'
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बागी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि वह पार्टी नेतृत्व के साथ काम नहीं कर सकते। बुधवार को अधिकारी ने इस विषय में टीएमसी के पदाधिकारियों की जानकारी दी। पार्टी नेता सौगत राय को भेजे एक संदेश में अधिकारी ने लिखा कि पार्टी के साथ उनकी समस्याएं काफी आगे तक बढ़ गई हैं।
अधिकारी का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही पार्टी ने कहा था कि अधिकारी ने पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ एक बैठक में कहा था कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे। सौगत रॉय ने बुधवार को कहा था कि उन्होंने मीटिंग में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन लगाकर अधिकारी को दिया था। "उन्होंने (ममता बनर्जी) ने अधिकारी से कहा कि हम सभी मिलकर काम करेंगे और वह इस पर सहमत हुए थे।" इस बैठक में सौगत राय और संदीप बंदोपाध्याय के साथ ही टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद थे।
ममता बनर्जी से नाराज
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक अधिकारी खासतौर पर पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर द्वारा लिए गए निर्णयों से नाराज चल रहे थे। किशोर कुमार को टीएमसी में तब लाया गया था जब भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 में से 18 लोकसभा सीटें जीत ली थीं।
शुभेंदु अधिकारी को पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव का पर्यवेक्षक बनाया गया था। अधिकारी ने मांग की थी कि इन चुनावों में 65 सीटों पर उनकी पसंद के उम्मीदवारों का उतारा जाय। जो पार्टी को नामंजूर था। अधिकारी ने शुक्रवार को ही राज्य की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।
वहीं बताया जा रहा है कि बैठक में हुई बातचीत को सार्वजनिक किए जाने को लेकर अधिकारी नाराज थे। उन्हें कहा गया था कि इस बारे में बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी जाएगी।
बीजेपी में जाने की अटकलें
सौगत राय ने कहा कि "मैंने आपसे (मीडिया) सच कहा कि जो भी कल शाम बैठक में हुआ और जो कुछ भी वहां मौजूद पांच लोगों की मौजूदगी में हुआ। अगर शुभेंदु की ओर से किसी तरह का कोई बदलाव आया है, तो यह उनका अपना निर्णय है। कल रात की बैठक के बाद मेरी उनसे बात हुई है या नहीं मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। हां मुझे उनका मैसेज मिला है।"
जब रॉय से पूछा गया कि अधिकारी के पार्टी के साथ आने की क्या कोई संभावना है तो उन्होंने कहा कि "मैं अभी तो ऐसा होते नहीं देख रहा हूं खास तौर पर जब किसी ने अपना मन बदल लिया हो।" पिछले दो सप्ताह से रॉय और बंदोपाध्याय शुभेंदु अधिकारी को मनाने में लगे थे लेकिन इसमें कोई सफलता मिलती दिखाई नहीं दे रही है। वहीं ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अधिकारी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।