पश्चिम बंगाल विधानसभा में CAA के खिलाफ प्रस्ताव लेकर आई TMC, सदन में चर्चा जारी
कोलकाता। नागरिकता संशोधन कानून का देश के कई राज्यों में भारी विरोध हो रहा है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ केरल, पंजाब और राजस्थान की विधानसभा में प्रस्ताव पास किया जा चुका है। वहीं, आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया। ये प्रस्ताव ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी आज विधानसभा में लेकर आई है, जिसपर अब चर्चा हो रही है।
इसके पहले, संसदीय मामलों के मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा था कि टीएमसी ने 20 जनवरी को विधानसभा अध्यक्ष को नियम 169 के तहत एक प्रस्ताव सौंपा था, जिसे में आज यानी 27 जनवरी को सदन में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि टीएमसी सरकार सैद्धांतिक रूप से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ है। वहीं, सदन में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पेश किए गए प्रस्ताव पर चर्चा जारी है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस कानून का शुरू से ही विरोध कर रही हैं और उन्होंने कहा है कि वे इस कानून को राज्य में लागू नहीं करेंगी। वे एनआरसी का भी विरोध करती रही हैं। ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर एनआरसी को राज्य में लागू कराना है तो उन्हें मेरी लाश से गुजरना होगा। दूसरी तरफ, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रस्ताव पास होने के बाद ऐसा करने वाला पश्चिम बंगाल देश का चौथा राज्य बन जाएगा।
केरल, पंजाब और राजस्थान में इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित हो चुका है। कांग्रेस भी शुरू से ही सीएए का विरोध कर रही है। पार्टी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 28 जनवरी से देशभर में रैली निकालने जा रही है जिसकी शुरुआत राजस्थान के जयपुर से होगी। इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी वहां मौजूद रहेंगे। सीएए के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन एक महीने से भी अधिक वक्त से जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं इस कानून के खिलाफ 15 दिसंबर से ही धरने पर बैठी हैं।