कभी होती थी कमी, आज दुनिया के 100 से ज्यादा देशों को बुलेट प्रूफ जैकेट सप्लाई कर रहा है भारत
नई दिल्ली। भारत में मंदी की खबरों के बीच ही एक गुड न्यूज भी आ रही है। जिस भारत में सेना और अर्धसैनिक बलों के लिए पर्याप्त बुलेट प्रूफ जैकेट्स नहीं, वहां अब इन जैकेट्स का निर्यात दूसरे देशों को किया जाने लगा है। इसकी जानकारी खुद उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने दी है। आपको बता दें कि करीब तीन साल पहले खबरें आई थीं कि देश में जवानों को अच्छी क्वालिटी की बुलेटप्रूफ जैकेट्स नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में इस तरह की खबर आना वाकई एक सकारात्मक संदेश कहा जा सकता है।
अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के बाद भारत
भारत, एक दो नहीं बल्कि 100 से ज्यादा देशों को बुलेटप्रूफ जैकेट्स निर्यात करने लगा है जिनमें कुछ यूरोपियन देश भी शामिल हैं। भारत, अमेरिका, यूके और जर्मनी के बाद चौथा ऐसा देश बन गया है जिसके पास बुलेटप्रूफ जैकेट्स तैयार करने के लिए अब अपना एक राष्ट्रीय मानक है। इन जैकेट्स को अब ऐसे मानकों पर तैयार किया जा रहा है जिसके तहत जवानों को 360 डिग्री सुरक्षा मिल सकती है।
मेक इन इंडिया के तहत तैयार जैकेट
राम विलास पासवान की ओर से कहा गया है कि वह इस बात को जानकर काफी खुश हैं कि ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंर्ड्स (बीआईएस) ने एक ऐसा मानक तय कर दिया है जो बुलेटप्रूफ जैकेट्स के मामलों में विदेशी मानकों से बेहतर साबित हो रहा है। साथ ही देश अब इस मामले में नई ऊचाईयां छूने वाला चौथा देश बन गया है। राम विलास पासवान की ओर से बताया गया है कि इन जैकेट्स को मेक इन इंडिया कैंपेन के तहत तैयार किया गया है।
साल 2018 में आया नेशनल स्टैंडर्ड
बीआईएस के डिप्टी डायरेक्टर राजेश बजाज ने कहा , 'मेरा मानना है कि बुलेटप्रूफ जैकेट्स न सिर्फ बीआईएस के मानक पर भारत में तैयार हो रही हैं और इन्हें खरीदा जा रहा है बल्कि अब इन्हें 100 से ज्यादा देशों में बेचा भी जा रहा है।' दिसंबर 2018 में नेशनल स्टैंडर्ड का गठन किया गया था और इसकी मांग पिछले कई समय से की जा रही थी। इससे पहले भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों को क्वालिटी की बुलेटप्रूफ जैकेट्स को अच्छी क्वालिटी की जैकेट्स की खरीद में कई तरह की बाधाओं को पार करना पड़ता था क्योंकि उनके लिए कोई भी मानक तय नहीं था।
तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में हो रही तैयार
भारत में बुलेट प्रूफ जैकेट्स को तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश ओर हरियाणा में तैयार किया जाता है। इन जैकेट्स को पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर दोनों ही क्षेत्र की कंपनियां मिलकर तैयार कर रही हैं। अभी तक इन कंपनियों की तरफ से देश के सुरक्षाबलों को 1.86 लाख बुलेटप्रूफ जैकेट्स सप्लाई की जा चुकी हैं।