तिहाड़ जेल में 18 संदिग्ध आतंकियों की 'बुरी तरह' पिटाई, सस्पेंड हुए यह अधिकारी
नई दिल्ली। आतंक के आरोप में पकड़े गए 18 संदिग्धों की तिहाड़ जेल में बेरहमी से पिटाई के मामले में घटना में शामिल पूरे स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है। गुरुवार को जेल अधिकारियों ने तिहाड़ जेल में तमिलनाडु स्पेशल फोर्स के 18 संदिग्ध आतंकियों के कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई किए जाने की घटना सामने आने के बाद ये कार्रवाई की है। कैदियों को पीटे जाने की ये घटना 21 नवंबर की रात को हुई थी। मामले की केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी रिपोर्ट मांगी है।
जज को दिखाए थे पिटाई के निशान
तिहाड़ जेल के इन कैदियों का कहना है कि उनको जेल के भीतर बुरी तरह से पीटा गया।। इस घटना के बाद इन 18 में से एक कैदी को सोपोर में एक स्थानीय अदालत में एक पुराने मामले में पेश किया गया तो कैदी ने न्यायाधीश के सामने अपने कपड़े उठाकर पिटाई के निशान दिखाए और घटना की जानकारी अदालत को दी। गंभीर चोट को देख सोपोर कोर्ट ने तुरंत कैदी को अस्पताल ले जाने को कहा। अस्पताल में डॉक्टर ने चोटों को गंभीर बताया।
कैदी के पिता ने बताया बेटे का हाल
मेल टुडे की खबर के मुताबिक, इन 18 में से एक कैदी के पिता ने बताया कि उनके बेटे को इतना मारा गया कि उसे न्यूरोसर्जरी से गुजरना पड़ा है, उसके एक हाथ में फ्रैक्चर हुआ है। सोपोर के निवासी फारूख ने कहा कि जेल अधिकारियों ने दावा किया कि वे कैदियों को सही रास्ते पर ले जाएंगे।
वकील मामले को हाईकोर्ट लेकर पहुंचे थे
इस मामले में सैयद सलाहुद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ को भी चोटें आईं। यूसूफ के वकील जब उससे जेल में मिलने गए तो शरीर पर चोट के निशान देखे और इस मामले को उच्च न्यायालय में ले लेकर पहुंचे। इसके बाद घटना की जांच के लिए एक समिति बनाई गई।
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