इस साल गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा कोई विदेशी मेहमान, जानें क्यों?
राजधानी दिल्ली के राजपथ पर 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार कोई विदेश मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा।
नई दिल्ली, 18 जनवरी। राजधानी दिल्ली के राजपथ पर 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार कोई विदेश मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा। आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस पर हर बार किसी न किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया किया जाता है और यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
बता दें कि कोरोना वायरस की ताजा स्थिति को देखते हुए सरकार ने विदेशी मेहमानों को न बुलाने का फैसला किया है। केंद्र सरकार से जुड़े कुछ सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है। इस बार केवल 24000 लोगों को परेड देखने की इजाजत दी जाएगी। बता दें कि पिछले साल भी कोरोना के कारण केवल 25000 लोगों को परेड देखने की इजाजत गई थी और पिछले साल भी किसी विदेशी को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित नहीं किया गया था। वहीं, अगर कोरोना से पहले की बात करें तो साल 2020 में 1.25 लाख लोगों को परेड देखने की इजाजत दी गई थी।
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बता दें कि सरकार ने इस बार 5 देशों उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने की योजना बनाई थी। परेड में शामिल होने वाले 24,000 लोगों में से 19000 लोग ऐसे होंगे जिन्हें आमंत्रित किया जाएगा, जबकि बाकि के लोग आमजन होंगे, जिन्हें टिकट खरीकर परेड देखने की अनुमति होगी।
परेड में शामिल होने वाले सभी लोगों को कोरोना वायरस प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना आदि शामिल है। पिछले साल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का न्योता दिया गया था, लेकिन कोरोना की वजह से वह इसमें शामिल नहीं हो सके थे।