कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस साल केवल 15 दिन की हो सकती है अमरनाथ यात्रा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस साल अमरनाथ यात्रा केवल 15 दिनों की हो सकती है। इस बात की जानकारी सूत्रों ने शुक्रवार को दी है। इससे पहले यात्रा को टालने की बात कही गई थी। आपको बता दें बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर दक्षिण कश्मीर की पहाड़ियों पर स्थित है। बताया जा रहा है कि इस साल यात्रा बालटाल रूट से ही होगी, जो कि छोटा मार्ग है। अमरनाथ गुवा तक पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं। इनमें पहला रास्ता है बालटाल के जरिए जबकि दूसरा रास्ता पहलगाम से होते हुए जाता है।
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सूत्रों का कहना है कि ये फैसला गुरुवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू की ओर से आयोजित बैठक में लिया गया है। इस दौरान बैठक में चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम, उपराज्यपाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बिपुल पाठक और डीजीपी दिलबाग सिंह भी मौजूद थे। बैठक के बाद गांदरबल के डिप्टी कमिश्नर को बालटाल रूट खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले फरवरी माह में सरकार ने इस सालाना तीर्थ यात्रा के लिए 42 दिनों की समयसीमा का फैसला लिया था।
अमरनाथ यात्रा दो ट्रैक अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल के जरिए 23 जून को प्रस्तावित थी। इसके साथ ही ये यात्रा 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा, रक्षाबंधन के दिन खत्म होनी थी। बीते साल यात्रा आतंकी हमले के इंटेलिजेंस इनपुट को देखते हुए समय से पहले समाप्त कर दी गई थी। वहीं साल 2018 में ये यात्रा 60 दिनों तक आयोजित हुई थी। तीर्थयात्रा को लेकर मुर्मू ने कहा कि अमरनाथ यात्रा और बुद्ध अमरनाथ यात्रा के आयोजन पर उचित फैसला कोरोनो वायरस महामारी के मद्देनजर स्थिति की समय-समय पर समीक्षा के बाद ही लिया जा सकता है।
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