सोशल मीडिया पर वायरल इंडियन आर्मी की फोटो, लोगों ने कहा धर्मनिरपेक्षता सेना से सीखें राजनेता
पिछले दिनों सेना और सीआरपीएफ ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस मौके पर इंडियन आर्मी के कई सीनियर ऑफिसर्स घाटी पहुंचे और उन्होंने जम्मू कश्मीर के डीआईजी और सुरक्षाबलों के कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
श्रीनगर। पिछले दिनों सेना और सीआरपीएफ ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस मौके पर इंडियन आर्मी के कई सीनियर ऑफिसर्स घाटी पहुंचे और उन्होंने जम्मू कश्मीर के डीआईजी और सुरक्षाबलों के कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। इस मौके पर ही इंडियन आर्मी के ऑफिसर्स की एक फोटोग्राफ तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इससे पहले जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद ने अमरनाथ यात्रा पर कहा कि इस यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए इनवाइट किया है।
धर्मनिरपेक्षता की फोटोग्राफ
पिछले दिनों ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप पर एक फोटोग्राफ जमकर शेयर और रि-ट्वीट की गई। इस फोटोग्राफ में ब्रिगेडियर उस्मान, लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट और मेजर जनरल जेपी मैथ्यूज एक साथ नजर आ रहे हैं। इस फोटो का शेयर करते हुए लोगों ने इसे धर्मनिरपेक्षता की असली फोटोग्राफ करार दिया। फोटोग्राफ उस समय की है जब ये सभी अमरनाथ यात्रा से जुड़ी तमाम प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेकर वापस लौट रहे हैं।
राजेनताओं को लेनी चाहिए सीख
लोगों के मुताबिक एक ही फ्रेम में ये तीनों अधिकारी नजर आ रहे हैं और यही तस्वीर देश में धर्मनिरपेक्षता को बयां करती है। सेना के लिए देश किसी और चीज से सबसे ऊपर है और वह एकता और अखंडता में यकीन करती है। इसके साथ ही लोगों ने कहा कि भारतीय राजनेताओं को सेना से सबक लेना चाहिए। अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। इस फोटोग्राफ में जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वेद भी नजर आ रहे हैं।
अमरनाथ यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी
डीजीपी एसपी वैद ने कहा है कि इस यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए इनवाइट किया है। पिछले दिनों इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सीमा पार से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के करीब 450 नए आतंकी घुसपैठ की फिराक में है। पिछले वर्ष अमरनाथ यात्रा पर एक पहलगाम ये 50 किलोमीटर दूर एक आतंकी हमला हुआ था जिसमें आठ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।