श्रीदेवी के शव को दुबई से भारत लाने में केरल के इस शख्स ने की सहायता
नई दिल्ली। कैमरे की चकाचौंध और लाखों फैंस की नजरों से दूर जब श्रीदेवी का शव दुबई के एक साधारण शवगृह में रखा हुआ था उस वक्त एक भारतीय ने शव को स्वदेश भेजने में काफी मदद की। इस शख्स का नाम अशरफ शेरी थामारासरी है। केरल के रहने वाले अशरफ काफी लंबे समय से दुबई में रह रहे हैं और वे वहां संयुक्त अरब अमीरात में मरने वाले लोगों के शन को उनके अपने देश भेजने में मदद करते हैं।
अब तक 4700 शवों को स्वदेश भेज चुके हैं अशरफ
अशरफ अब तक करीब 4700 शवों को संयुक्त अरब अमीरात से दुनिया के 38 देशों में भेज चुके हैं। इनमें कर्ज से डूबे श्रमिकों से लेकर अमीरों तक के शव शामिल हैं। अशरफ ने बताया कि वे ऐसा लोगों से दुआ हासिल करने के लिए करते हैं। अशरफ ने अमूमन लोगों को शव से जुड़े संयुक्त अरब अमीरात के नियम नहीं पता होते हैं जिसकी वजह से उन्हें शव को स्वदेश भेजने में दिक्कत होती है।
अशरफ ने सौंपा श्रीदेवी के शव का क्लियरेंस रिपोर्ट
अशरफ ने मंगलवार को कुल 5 शवों को स्वदेश भेजने में मदद की थी जिसमें श्रीदेवी का शव भी शामिल था। दुबई पुलिस मुख्यालय से लकर शवगृह तक, श्रीदेवी के शव से जुड़ी सभी कागजी कार्यवाहियों को अशरफ ने ही पूरा करवाया। अशरफ ने ही शवगृह पहुंचकर अधिकारियों को श्रीदेवी के शव का क्लियरेंस रिपोर्ट सौंपा था जिसके बाद एबुलेंस में श्रीदेवी का शव दुबई एयरपोर्ट के लिए रवाना हो पाया।
अंतिम यात्रा के लिए दुल्हन की तरह सजीं
श्रीदेवी श्रीदेवी को अंतिम विदाई के लिए लाल रंग की बनारसी साड़ी में दुल्हन की तरह सजाया गया। बताया जा रहा है कि श्रीदेवी को दुल्हन के रूप में देखकर विद्या बालन फूट-फूटकर रोने लगीं। अभिनेत्री कुनिका कपूर ने कहा कि अपनी आखिरी यात्रा में भी श्री उतनी ही खूबसूरत लग रही थीं जितनी वह हमेशा लगती थीं।