भीमराव अंबेडकर के नाम में 'रामजी' जोड़े जाने पर उनके पोते ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के नाम में 'रामजी' जोड़ने के यूपी के योगी सरकार के फैसले को भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने पूरी तरह गलत फैसला बताया है। प्रकाश अंबडेकर ने कहा, 'यह भाजपा और आरएसएस द्वारा लिया गया एक गलत फैसला है। वे ऐसा सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उन्हें हमेशा से कर्नाटक और महाराष्ट्र में बाबासाहेब और उत्तर भारत में बीआर अंबेडकर नाम से संबोधित किया जाता रहा है।'
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सभी विभागों को और इलाहाबाद की सभी कोर्ट की बेंचों को आदेश जारी किया है कि वह अपने अभिलेखों में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जगह डॉक्टर भीमराव 'रामजी' आंबेडकर का इस्तेमाल करें। योगी सरकार इस फैसले के पीछे महाराष्ट्र की उस परंपरा को हवाला दे रही है जिसमें बेटे के नाम के साथ उसके पिता का नाम जोड़ा जाता है। भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था। इसी परंपरा के हिसाब से भीमराव अंबेडकर के नाम को अब भीमराव रामजी अंबेडकर लिखा जाने का आदेश जारी हुआ है।
योगी सरकार के इस फैसले पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि भीमवराव अंबेडकर खुद को बीआर अंबेडकर ही लिखते थे। उन्होंने जब कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दिया, तो भी बीआर अंबेडकर ही लिखा। मायावती ने कहा कि महात्मा गांधी को क्या मोहनदास करमचंद गांधी लिखते हैं या फिर मोदी को नरेंद्र दामोदरदास मोदी लिखते हैं। अगर ऐसा नहीं है तो फिर अबेंडकर के नाम को पूरा लिखने की ये राजनीति क्यों हो रही है। मायावती ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के पास भीमराव अंबेडकर जैसा कोई नाम नहीं और ना ही कोई आईकॉन है तो इसलिए ये लोग उनके नाम के साथ राजनीति करते हैं।