'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर क्यों मचा है बवाल, ये हैं सबसे बड़ी वजह
नई दिल्ली। हाल ही में बॉलीवुड की फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर रिलीज हुआ है। ट्रेलर के सामने आते ही फिल्म विवादों में घिर गई। ट्रेलर से साफ है कि ये फिल्म डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल पर आधारित है। मनमोहन सिंह के मूक प्रधानमंत्री होने को लेकर पहले ही टिप्पणियां होती रही हैं। ऐसे में इस फिल्म के जरिए कई बड़े खुलासों के होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर क्यों हो रहा विवाद?
सभी जानते हैं कि मनमोहन सिंह 2004 से 2014 के बीच दोनों बार बनी यूपीए की सरकार में प्रधानमंत्री पद पर बने रहे। इस दौरान विपक्ष ने कभी उन्हें तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का रोबोट कहा तो कभी कठपुतली। हमेशा कहा गया कि वे सिर्फ पीएम के पद पर बैठे हैं जबकि सबकुछ सोनिया की मर्जी से ही होता है। यही वजह है कि इस फिल्म से जरिए ऐसी ही चीजें जनता के सामने आएं इसको लेकर विपक्ष बेहद उत्साहित है। वहीं कांग्रेस को अपनी क्षवि धुमिल होने का डर सता रहा है।
ट्रेलर पर राजनेताओं के बयान
संजय बारू की किताब पर बनी इस फिल्म के ट्रेलर को लेकर विवाद छिड़ने के बाद से इस पर राजनेताओं के अलग-अलग बयान भी आने लगे हैं। कांग्रेस के नेताओं ने फिल्म को बीजेपी की एजेंडा बता दिया है। दरअसल ट्रेलर देख कर मालूम हो रहा है कि फिल्म में सोनिया की क्षवि को गलत तरीके से दिखाया गया है और ये बात कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को बिल्कुल रास नहीं आ रही। वहीं बीजेपी इस ट्रेलर में दिखाई गई चीजों को सही बता रही है।
फिल्म में तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप
महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने फिल्म के ट्रेलर को लेकर विरोध जताते हुए कहा है कि फिल्म में तथ्यों को गलत तरीके से दिखाया गया है। साथ ही उनकी मांग है कि फिल्म की रिलीज से पहले वे उसे देखना चाहते हैं। फिल्म में जो चीजें गलत और झूठ हैं उन्हें हटाए जाने के बाद ही फिल्म रिलीज हो। बता दें कि संजय बारू की जिस किताब पर ये फिल्म बनी है उसके रिलीज के समय भी इसको काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। हालांकि विपक्ष ने इस किताब को काफी तूल दी थी।