52वें ट्रांसफर पर बोले अशोक खेमका, 'पैरों तले रौंदोगे... शौक से, कई बार सहा है, एक बार और सही'
नई दिल्ली। हरियाणा सरकार के वरिष्ठ नौकरशाह अशोक खेमका का एक बार फिर से तबादला कर दिया गया है। उनके साथ कुल 9 आईएएस अधिकारियों के तत्काल प्रभाव से ट्रांस्फर के आदेश दे दिए गए। खेल और युवा मामलों के विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका को अब विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। यहां उन्हें पहले भी नियुक्त किया जा चुका है। अभी 15 महीने पहले ही खेल और युवा मामलों के विभाग में खेमका की नियुक्ति हुई थी। गौरतलब है कि अपने 27 साल के करियर में खेमका का 51 बार ट्रांस्फर हो चुका है और ये उनका 52वां ट्रांस्फर है।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के जमीन सौदे के मामले को लेकर पहले भी कई बार चर्चा में आए खेमका ने इस ट्रांस्फर के बाद ट्विटर पर अपनी बात रखी। खेमका ने अपने ट्विटर पर लिखा- 'किसके हितों की रक्षा करूँ? तुम्हारा या उनका जिनका आप प्रतिनिधित्व का दावा करते हैं? दम्भ है हमें पैरों तले रौंदोगे। शौक से, कई बार सहा है, एक बार और सही।' खेमका 1991 बैच के नौकरशाह हैं और गुरुग्राम में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन सौदे से जुड़ी जांच के कारण अशोक खेमका काफी चर्चा में रह चुके हैं।
माना जाता है कि खेमका जहां भी जाते हैं घपले और भ्रष्टाचारों को उजागर करते हैं। यही कारण है कि उन्हें अकसर ही ट्रांसफर झेलना पड़ता है। बता दें कि इससे पहले नवंबर 2014 में तत्कालीन हुड्डा सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के लैंड डील से जुड़े खुलासे के बाद खेमका का तबादला परिवहन विभाग में कर दिया था। इसपर कई सवाल भी उठे थे। खेमका ने भूपिंदर सिंह हुड्डा के शासनकाल में बतौर व्हिसिल ब्लोवरकई घोटालों के खुलासे किए हैं। वे पश्चिम बंगाल के कोलकाता में पैदा हुए, आईआईटी खड़गपुर से 1988 में बीटेक किए और बाद में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी किए। इसके अलावा बिजनेस एडिमिनिस्ट्रेशन में उनके पास एमबीए की डिग्री भी है।
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