ये मोदी का रोड शो है या फिर वाजपेयी की शव-यात्रा: फैक्ट चेक
वीडियो में दिखता है कि पीएम नरेंद्र मोदी को सिक्योरिटी गार्ड्स ने घेर रखा है और मुख्य सड़क के दूसरी ओर लोगों का हुजूम उनके साथ चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो जिसमें वो लोगों के हुजूम के बीच पैदल चलते हुए दिखाई दे रहे हैं, सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ये उत्तर प्रदेश के वाराणसी से मोदी के नामांकन दाख़िल करने से पहले का वीडियो है.
फ़ेसबुक और ट्विटर पर जिन लोगों ने यह वीडियो शेयर किया है, उन्होंने लिखा है "अपना नामांकन पत्र जमा करने के लिए अपने समर्थकों और पूरे जन सैलाब के साथ जाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. शेर को देख लो. इसे कहते हैं फ़ॉर्म भरने कैसे जाया जाता है."
इस वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पीले फ़ूलों से सजी एक बड़ी गाड़ी के पीछे पैदल चलते हुए दिखाई देते हैं.
वीडियो में दिखता है कि पीएम नरेंद्र मोदी को सिक्योरिटी गार्ड्स ने घेर रखा है और मुख्य सड़क के दूसरी ओर लोगों का हुजूम उनके साथ चल रहा है.
रिवर्स इमेज सर्च से पता चलता है कि गुरूवार को वाराणसी में हुए पीएम मोदी के रोड शो के बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से शेयर होना शुरू हुआ और 26 अप्रैल 2019 यानी शुक्रवार को नरेंद्र मोदी के वाराणसी से नामांकन दाख़िल करने तक सैकड़ों लोग सोशल मीडिया पर इस दो मिनट लंबे वीडियो को शेयर कर चुके हैं.
यह बात सही है कि मोदी के वाराणसी में हुए रोड शो में काफ़ी भीड़ थी लेकिन जिस वायरल वीडियो की हम बात कर रहे हैं, उसका लोकसभा चुनाव-2019 से कोई संबंध नहीं है.
फ़ैक्ट चेक का रिज़ल्ट
ये वीडियो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शव-यात्रा का है.
वीडियो में पीएम मोदी के आगे फ़ूलों से सजी हुई जो बड़ी गाड़ी चलती दिखाई देती है, उसमें दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी का शव रखा हुआ था.
लंबे समय तक बीमार रहने के बाद 16 अगस्त 2018 को 93 वर्षीय वाजपेयी का निधन हुआ था.
जून 2018 में किडनी में संक्रमण और कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से अटल बिहारी वाजपेयी को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
भारत रत्न से सम्मानित वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे थे. पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए, फिर 1998 से 1999 और आखिरी बार 1999 से 2004 तक.
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वाजपेयी के निधन के साथ एक युग का अंत हो गया है.
भारतीय जनता पार्टी ने निधन के बाद वाजपेयी के शव को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में श्रद्धांजलि के लिए रखा था.
इसके बाद उन्हें अंतिम संस्कार के लिए पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाक़े से होते हुए दिल्ली के विजयघाट पर ले जाया गया था.
सोशल मीडिया पर 'मोदी की नामांकन रैली' के तौर पर शेयर किया जा रहा ये वीडियो, भारत के लगभग सभी बड़े मीडिया संस्थानों ने 17 अगस्त 2018 को लाइव दिखाया था.
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