ये अमेरिकी वापस नहीं जाना चाहता है अपने देश, केरल में रहने के लिए कोर्ट से की अपील
ये अमेरिकी वापस नहीं जाना चाहता है अपने देश, केरल में रहने के लिए कोर्ट से की अपील
बेंगलुरु।भारत हमेशा से विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन रहा है। भारतीयों का रहन-सहन, व्यवहार और अपनापन विदेशियों का सदा से मन मोह रहा हैं। यहीं कारण हैं कि भारत आने वाले कई विदेशी पर्यटक यहां बस जाना चाहते हैं। ऐसे ही एक अमेरिकी पर्यटक को भारत का सुंदर सा प्रांत केरल इनता भा गया है कि वो कभी भी वापस अपने देश नहीं जाना चाहता है। यहीं कारण हैं कि इस शख्स ने केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
केरल में रहने के लिए खटखटाया कोर्ट का दरवाया
बता दें ये शख्स 74 वर्षीय जॉनी पॉल पियर्स हैं जो 26 फरवरी को पांचवीं भारत की यात्रा के लिए आए और वह केरल के एर्नाकुलम के कंदनाडु में रह रहे थे और कोरोनावायरस महामारी फैलने के कारण वहां फंस गए। लेकिन अन्य लोगों के विपरीत जहां लॉकडाउन खुलने के बाद अपने घर वापस जाना चाहते हैं वहीं पियर्स केरल में रहना चाहते हैं और यहां तक कि अपने पर्यटक वीजा के विस्तार के लिए एक व्यापार वीजा के लिए आवेदन किया है, ताकि देश में 5 साल तक रहने की अनुमति मिल सके।
केरल में बस कर करना चाहते हैं ये व्यवसाय
उन्होंने कहा कि मेरी आकांक्षा एक ऐसा व्यवसाय स्थापित करने का है और पांच साल का व्यापार वीजा प्राप्त करने की है। एक निवासी बनने का सबसे आसान तरीका एक भारतीय से शादी करना है, लेकिन मैं 74 साल का हूं और शायद वह विकल्प मेरे लिए अब नहीं हैं। पॉल पियर्स के भारत में एक पर्यटन व्यवसाय खोलने की योजना है और इसका उद्देश्य अमेरिका से उनके जैसे सेवानिवृत्त लोगों को नियुक्त करना है। उन्होंने बताया कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के निवासियों की भर्ती करूंगा। जो लोग लंबे समय तक रहने का जोखिम उठा सकते हैं, वे आमतौर पर सेवानिवृत्त लोग होते हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका में वायरस के कारण जोखिम में हैं।
इस कारण से केरल में बसना चाहते हैं पियर्स
पॉल पियर्स बताते हैं कि केरल महामारी के दौरान सबसे सुरक्षित राज्यों में से एक है, यहीं कारण है कि वह यहां रहना चाहते है। उन्होंने कहा कि मैं केरल में बिल्कुल सुरक्षित हूं, पूरे राज्य में केवल 25 लोगों की मौत हुई है। 74 साल की उम्र में अमेरिका की यात्रा करना जोखिम भरा है वहां बहुत महामारी फैली है और मुझे केरल बहुत पसंद है। मैं वापस नहीं जाना चाहता और मैं यहां शांति से रहना चाहता हूं।अपने व्यवसाय मॉडल के लिए, उन्होंने पहले से ही चीजों के बारे में सोचा है। अभी होटल उद्योग में अधिक संपर्क तैयार करने और स्थापित करने का समय है। मैंने पाया है कि कई रिसॉर्ट्स अद्भुत कीमतों पर पट्टे के लिए हैं और मैं वागामोन के पास पट्टे के लिए रिसॉर्ट की तलाश कर रहा हूं। मुझे कई कमरों के साथ एक जगह मिलने की उम्मीद है जिसे मैं कोविड -मुक्त क्षेत्र के रूप में स्थापित कर सकता हूं। पियर्स का कहना है कि वह एक हर्मिट हैं इसलिए उन्होंने लॉकडाउन का आनंद लिया है और यह भी कि उन्होंने इस समय का उपयोग अपने भारतीय दोस्त राजेश के साथ एक फिल्म बनाने के लिए किया है।
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