Thiruvananthapuram Mayor 2020: कौन हैं आर्या राजेंद्रन, जो बनने जा रही हैं देश की सबसे युवा मेयर
नई दिल्ली- Thiruvananthapuram Mayor 2020:21 साल की आर्या राजेंद्रन (Arya Rajendran) केरल (Kerala) की राजधानी तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram)की नई मेयर (Mayor) बनने जा रही हैं। बीएससी की ये स्टूडेंस्ट इस बार का नगर निकाय चुनाव (Urban body elections) जीती हैं। यह देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब इतनी कम उम्र में कोई नागरिक मेयर (Mayor)जैसे पद पर बैठने जा रहा है। आर्या सीपीएम (CPM) की समर्पित सदस्य हैं और माना जा रहा है कि उनके चेहरे को राज्य की राजधानी में फ्रंट पर रखकर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) की सरकार अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिसात बिछा रही है। आर्या राजेंद्रन को इसलिए भी मेयर बनने का मौका मिल पाया है, क्योंकि सीपीएम के मौजूदा मेयर और उसके मेयर पद के दो उम्मीदवार इस चुनाव में चुनाव हार गए हैं।
देश की सबसे युवा मेयर बनेंगी आर्या राजेंद्रन
आर्या राजेंद्रन (Arya Rajendran)हाल ही में संपन्न हुए तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में मुडावंमुगल (Mudavanmugal) वार्ड से काउंसिलर चुनी गई हैं। उन्हें केरल(Kerala)की राजधानी के मेयर पद पर नियुक्त करने का फैसला सीपीएम(CPM) के स्थानीय जिला पैनल ने लिया है। दिलचस्प बात ये है कि सीपीएम ने इस बार केरल नगर निकाय चुनाव में जितने भी उम्मीदवार उतारे थे उनमें भी वह सबसे कम उम्र की प्रत्याशी थीं। इससे पहले भी तिरुवनंतपुरम नगर निगम पर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का ही कब्जा था, लेकिन इस बार के चुनाव में उसे दो बड़े झटके लगे। उसके दो मेयर पद के उम्मीदवार और सीटिंग मेयर को हार का सामना करना पड़ा था। शुरू में पेरूरकाडा वार्ड के पार्षद और वरिष्ठ नेता जमीला श्रीधरन को मेयर बनाने की बात चल रही थी। लेकिन आखिरकार पार्टी ने तय किया कि युवा को ही इस पद पर बिठाया जाए।
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कौन हैं आर्या राजेंद्रन ?
आर्या राजेंद्रन इस समय बीएससी मैथ्स की स्टूडेंट हैं। उन्होंने अपने वार्ड में यूडीएफ(UDF) उम्मीदवार श्रीकला को 2,872 वोटों से पराजित किया है और वह जिले की भी सबसे युवा उम्मीदवार थीं। वह तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) की ऑल सेंट्स कॉलेज में सेकंड ईयर में पढ़ती हैं। वह सीपीएम के बच्चों के संगठन बालसंघम (Balasangham) की राज्य इकाई की अध्यक्ष भी हैं और साथ ही सीपीएम के छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के स्टेट यूनिट की भी पदाधिकारी हैं। वह पार्टी की ब्रांच कमिटी की भी सदस्य हैं।
किस परिवार से निकलकर मेयर पद तक पहुंचीं?
आर्या राजेंद्रन के पिता राजेंद्रन एक इलेक्ट्रिशियन हैं, जबकि मां श्रीलता एलआईसी एजेंट हैं। आर्या ने कहा है कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी वो उसे खुशी से स्वीकार करेंगी। उन्होंने कहा, 'मैं अभी पार्षद के तौर पर काम कर रही हूं। लेकिन, मेरी पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी मैं उसे स्वीकार करूंगी।' उन्होंने कहा है कि उनका मुख्य फोकस महिलाओं से जुड़े मुद्दे और विकास से संबंधित दूसरे काम होंगे। चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि जीतने पर वह लोअर प्राइमरी स्कूलों को बेहतर करने के साथ-साथ पहले से चल रहे बाकी विकास कार्यों पर ज्यादा ध्यान देंगी।
LDF का विधानसभा चुनाव पर नजर
गौरतलब है कि इस बार केरल में स्थानीय निकाय के चुनाव में एलडीएफ(LDF) ने उम्मीदों से उलट काफी बढ़िया प्रदर्शन किया है। राज्य की सत्ताधारी दल ने 6 नगर निगमों में से 5 पर कब्जा कर लिया है और वहीं जिला पंचायतों में भी उसने बड़ी बढ़त बनाई है। इस चुनाव में लेफ्ट फ्रंट ने कई युवाओं और महिलाओं को टिकट दिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि आर्या को मेयर बनाने के पीछे पार्टी की नजर अगले साल होने वाले केरल विधानसभा चुनाव (Kerala assembly election 2021) पर है, जिसमें वह अपने साथ युवा वोटरों को खींचना चाहती है। क्योंकि, तिरुवनंतपुरम में उसे भाजपा से भी कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है।
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