कांग्रेस के तिरुनावकरसर ने की विजयकांत से मुलाकात, तमिलनाडु में गठबंधन को लेकर नई अटकलें शुरू
नई दिल्ली: कांग्रेस के एस तिरुनावकरसर ने गुरुवार को डीएमडीके प्रमुख विजयकांत से मुलाकात की। उनकी इस मुलाकात के बाद तमिलनाडु की राजनीति में गठबंधन के पुनर्निर्माण की भी अटकलें लगनी शुरू हो गई है। दोनों नेताओं के बीच ये बैठक आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा-एआईएडीएमके गठबंधन के ऐलान के बाद हुई है। इस गठबंधन में डीएमडीके को भी शामिल किया गया है। लेकिन डीएमडीके का गठबंधन की अन्य पार्टियों के साथ में सीटों के बंटवारे को लेकर गतिरोध की खबरें हैं।
तमिनाडु में बीजेपी ने एआईएडीएमके के साथ मंगलवार को गठबंधन को अंतिम रूप दिया था। गौरतलब है कि तमिलनाडु में उत्तर प्रदेश(80), महाराष्ट्र(48),पश्चिम बंगाल(42)और बिहार(40) के बाद सबसे ज्यादा सीटें हैं। तमिनाडु में 39 लोकसभा सीट है और ये देश में पांचवा सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाला राज्य है। तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक-बीजेपी और अन्य सहयोगियों के बीच हुए समझौते के मुताबिक, एआईएडीएमके सबसे ज्यादा 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि पीएमके सात लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। बीजेपी को इस गठबंधन में 5 सीटें मिली हैं। जबकि डीएमडीके जैसे सहयोगियों के लिए दो सीटें छोड़ी गई हैं।
तिरुनावकरसर ने मुलाकात के बाद कहा कि हम दोनों राजनीति में हैं और हमारे बीच मौजूदा राजनातिक घटनाक्रम के संबंध में भी बात हुई। हमारी चुनाव और उससे संबधित प्रगति को लेकर बातचीत हुई। मुझे कैप्टन जो विजयकांत का एक लोकप्रिय नाम है, उम्मीद है कि वो सही फैसला लेंगे। ये मीटिंग केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से विजयकांत की मुलाकात के दो दिन बाद हुई है। डीएमडीके के कार्यकर्ता ने कहा कि पीएमके के वोट का आधार उत्तरी जिलों तक सीमित है, जो ओबीसी वन्नियार समुदाय में अपनी मजबूत स्थिति रखती है। वहीं डीएमडीके पूरे राज्य में फैली हुई है। हमारी ताकत को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। वहीं डीएमके प्रमुख स्टालिन ने डीएमडीके के साथ गठबंधन को लेकर हुई किसी भी बातचीत से इनकार किया और कहा कि इसकी कोई संभावना नहीं है।