कलवरी और खांदेरी के बाद अब करंज पनडुब्बी बढ़ाएगी नौसेना की ताकत, ये हैं खासियतें
कलवरी और खांदेरी के बाद अब करंज पनडुब्बी बढ़ाएगी नौसेना की ताकत, ये हैं खासियतें
नई दिल्ली। स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस करंज मुंबई मझगांव डॉक पर बुधवार को लॉन्च की जाएगी। इस दौरान नेवी चीफ सुनील लांबा भी मौजूद रहेंगे। पहली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को 14 दिसंबर 2017 को प्रधानमंत्री ने देश के नाम समर्पित किया था। कलवरी में पिछली डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की तुलना में बेहतर छुपने वाली प्रौद्योगिकी है। स्कॉर्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी खांदेरी 12 जनवरी 2019 को लॉन्च की गई थी। फ्रांस की रक्षा व ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस द्वारा डिजाइन की गईं पनडुब्बियां भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट-75 के तहत बनाई जा रही हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत भारत अगली पीढ़ी की स्वदेशी पनडुब्बियों का निर्माण करेगा। आईएनएस कलवरी के भारतीय नौसेना में शामिल होने से भारत का हिंदमहासागर में दबदवा और बढ़ जाएगा। यह पनडुब्बी नौसेना की ताकत को भी एक अलग सिरे से परिभाषित करेगी।
सबमरीन INS कलवरी की खास बातें-
- आईएनएस कलवरी में पिछली डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की तुलना में बेहतर छुपने वाली प्रौद्योगिकी है।
- इस पनडुब्बी के माध्यम से टारपीडो के साथ एक हमले शुरू किए जा सकते है।
- यह उष्णकटिबंधीय समेत सभी सेटिंग्स में काम कर सकती हैं।
- माइन बिछाने, क्षेत्र निगरानी, खुफिया जानकारी और युद्ध गतिविधियों सहित इस गुप्तता वाली पनडुब्बी के माध्यम से कई रक्षा गतिविधियों का संचालन किया जा सकता है।
- इस पनडुब्बी के माध्यम से पानी की सतह पर या नीचे की सतह से एंटी शिप मिसाइल लॉन्च की जा सकती है।
- कलवारी को विशेष इस्पात से बनाया गया है । जिससे ये उच्च तीव्रता के हाइड्रोस्टाटिक बल का सामना कर सकती है और महासागरों में गहराई से गोता लगा सकती है।
- स्कॉर्पीन श्रेणी की यह पनडुब्बी अत्याधुनिक फीचरों से लैस है. इनमें रडार से बच निकलने की इसकी उत्कृष्ट क्षमता और सधा हुए वार कर दुश्मन पर जोरदार हमला करने की योग्यता शामिल है।
- यह हमला टॉरपीडो से भी किया जा सकता है और ट्यूब-लॉन्च्ड पोत विरोधी मिसाइलों से भी रडार से बच निकलने की क्षमता इसे अन्य कई पनडुब्बियों की तुलना में अभेद्य बनाएगी।
- यह पनडुब्बी हर तरह के मौसम और युद्धक्षेत्र में संचालन कर सकती है।
- यह किसी भी अन्य आधुनिक पनडुब्बी की तरह सतह-रोधी युद्धक क्षमता, पनडुब्बी-रोधी युद्धक क्षमता, खुफिया जानकारी जुटाना, क्षेत्र की निगरानी कर सकती है।
स्कॉर्पीन-क्लास पनडुब्बी खांदेरी से जुड़ी 10 खास बातें-
P-75 प्रोजेक्ट के तहत बन रही हैं पनडुब्बी
आईएनएस कलवरी देश में बनी पहली परमाणु पनडुब्बी है जो भारतीय नौसेना में शामिल की गई थी। P-75 प्रोजेक्ट के तहत मुंबई के मझगांव डॉक लीमिटेड में बनी कलवरी क्लास की पहली पनडुब्बी आईएनएस कलावरी है। कलवरी क्लास की 6 पनडुब्बी मुंबई के मझगांव डॉक में एक साथ बन रही हैं और मेक इन इंडिया के तहत इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जा रहा है। कलवरी के बाद खांदेरी और अब प्रोजक्ट की तीसरी पनडुब्बी करंज 31 जनवरी को लॉन्च होगी।
स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी 'करंज' 31 जनवरी को होगी लॉन्च