घंटों चली भारत-चीन की कमांडर मीटिंग में नहीं निकला कोई नतीजा, अभी होगी कई राउंड बातचीत
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच युद्ध के हालात बने हुए हैं और इस टकराव को खत्म करने के लिए मंगलवार को भारत और चीन के बीच कोर कमांडर के बीच एक और दौर वार्ता हुई। मंगलवार सुबह 11 बजे शुरू हुई वार्ता देर रात तक जारी थी। सेना के सूत्रों ने भी माना है कि यह मीटिंग काफी लंबी थी और आगे आने वाले दिनों में और मीटिंग्स हो सकती है। भारत और चीन के बीच तनाव को खत्म करने के लिए लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर यह ऐसी तीसरी मीटिंग थी।
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12 घंटें से ज्यादा चली मीटिंग
दोनों देशों के कोर कमांडरों के बीच मीटिंग 12 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली। सूत्रों के मुताबिक दोनों ही देशों की सेनाएं किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी। बातचीत पर न तो भारत की तरफ से और न ही चीन की तरफ से कोई आधिकारिक टिप्पणी अभी की गई है। सेना सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी है कि मिलिट्री कमांडर स्तर की तीसरी मीटिंग के दौरान एलएसी पर स्थित टकराव वाली जगहों पर डिइसएंगेजमेंट और बॉर्डर इलाकों पर डिएस्कलेशन की प्रक्रिया पर चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो भारत और चीन दोनों ही देशों की तरफ से एक विस्तृत, चरणबद्ध तरीके से डिएस्कलेशन पर जोर दिया गया है।
आगे जारी रहेंगी मीटिंग्स
रक्षा सूत्रों ने यह बात मानी है कि मंगलवार को जो मीटिंग थी वह लंबी चली और कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत आयोजित हुई। दोनों पक्षों ने एलएसी पर तनाव को कम करने के लिए विस्तार से चर्चा की। सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया एक लंबी प्रक्रिया है और इस तरह के परिप्रेक्ष्य में बेहतर होगा कि अपुष्ट जानकारी और रिपोर्ट्स से बचा जाए। आने वाले समय में इस तरह की और मीटिंग्स मिलिट्री और राजनयिक स्तर पर होंगी ताकि एलएसी पर द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल्स के तहत शांति और स्थिरता कायम की जा सके।