डर लगता है इन दो बेशर्म मंत्रियों से
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) दिल्ली के अब पूर्व मंत्री हो गए जितेन्द्र सिंह तोमर और यूपी के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राममूर्ति मंत्री से इन दिनों डर लगता है। ये अपने कृत्यों से डराते हैं। ये लोकतंत्र के लिख खतरा बनकर उभरे हैं।
एक फर्जी डिग्री केस में फंसा और दूसरे ने पत्रकार को मरवाया। बहरहाल, तमाम विरोध के बावजूद फर्जी डिग्री धारी मंत्री को विधायक का टिकट देने, मंत्री बनाने व बाद बेशर्म संरक्षण देने अरविंद केजरीवाल को अब मासूम नहीं बनना चाहिए।
मासूम बनते केजरी
अब वे किस मुंह से कह रहे हैं उस मंत्री ने मुझे गुमराह किया। अगर केजरीवाल समय रहते ऐसे लोगों को विधायक की टिकट नहीं देते औरआरोप लगने के बाद मंत्री नहीं बनाते विश्वविद्यालय द्वारा हलफनामा दर्ज कराने के बाद ऐसे मंत्री को हटा देते तो केजरीवाल सरकार व दिल्ली की जनता को मंत्री के पकडेत्र जाने से शर्मसार नहीं होना पड़ता?
क्यों किया बचाव
वरिष्ठ पत्रकार देव सिंह रावत कहते हैं कि केजरीवाल अब दिल्ली की जनता को बताइये गिरफ्तार किये जाने पर उसकी पार्टी क्यों इस मंत्री का बचाव कर रही थी?क्यों धरना व विरोध प्रदर्शन करके अनाप शनाप आरोप लगा रहे थे।
दूसरे नेताओं पर आरोप लगा कर गिरफ्तार करने की मांग करने वाले केजरीवाल अब फर्जी मंत्री के पकडे जाने के बाद जनता से माफी मांगने के बाद मंत्री द्वारा गुमराह करने की बात किस मुंह से कर रहे हैं? रावत कहते हैं कि जनता मासूम और धूर्तता में अंतर करना जानती है।
पत्रकार को मारा
उधर,उप्र के मंत्री के अवैध खनन व जमीनों के जबरन कब्जे में संलिप्तता का भण्डा फोड़ करने वाले शाहजहांपुर जनपद के पत्रकार जोगेन्द्र को जला का निर्ममता से मार डाला गया। पत्रकार के बेटे राघवेन्द्र ने इसके लिए प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राममूर्ति, चैक थाने में तैनात निरीक्षक श्रीप्रकाश राय तथा गुफरान, आकाश गुप्ता, अमित प्रताप सिंह तथा भूरे नामक व्यक्तियों को जिम्मेदार बता कर इनके खिलाफ अपने पिता की आग लगाकर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
प्रदर्शन होगा
इस बीच,उप्र के मंत्री के कृत्यों को बेनकाब करने वाले पत्रकार के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग व शहीद पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन हो रहा है।