कई सीटों पर बजी खतरे की घंटी! चार विधायकों को लोकसभा चुनाव 2019 में उतारेगी बीजेपी
भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार का गठन होने के बाद भी पार्टी को हॉर्स ट्रेडिंग की चिंता सता रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में बहुमत से इंच भर दूर रहने के चलते कमलनाथ सरकार निर्दलीय, सपा, बसपा के विधायकों के दम पर चल रही है। कांग्रेस नेतृत्व लगातार बीजेपी पर नजर रख रहा है, ताकि विधायक सुरक्षित रहें। इधर, कांग्रेस में हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर चिंता बनी हुई है कि कहीं सरकार गिर न जाए और उधर बीजेपी ने राज्य की सियासत से ध्यान हटाकर पूरा फोकस लोकसभा चुनाव पर लगा दिया है। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश भाजपा ने अब कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के सभी प्रयास बंद कर दिए हैं। खबर है कि बीजेपी मध्य प्रदेश से अपने चार विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतारने की तैयारी में लगी है।
इन चार विधायकों को 2019 लोकसभा चुनाव में उतारने की तैयारी
स्थानीय मीडिया में चर्चा गर्म है कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, कुंवर विजय शाह, यशोधरा राजे सिंधिया, और राजेंद्र शुक्ल को बीजेपी लोकसभा चुनाव 2019 में मैदान में उतारने की तैयारी में जुटी है। इन चारों विधायकों को क्रमश: विदिशा, बैतूल, ग्वालियर और रीवा लोकसभा सीट से लड़ाया जाएगा। पार्टी ने 2019 का रण जीतने के लिए कद्दावर नेताओं को मैदान में उतारने का निर्णय लिया है।
नरेंद्र सिंह तोमर की जगह ग्वालियर सीट लड़ेगा कोई और प्रत्याशी, मुरैना में बदला जाएगा उम्मीदवार
खबर
यह
भी
है
कि
मोदी
सरकार
में
नरेंद्र
सिंह
तोमर
की
भी
सीट
बदली
जा
सकती
है।
वह
2014
में
ग्वालियर
से
चुनाव
लड़े
और
जीते
थे।
इस
बार
सीट
बदलकर
उन्हें
मंदसौर
भेजा
जा
सकता
है।
मध्य
प्रदेश
विधानसभा
चुनाव
2018
में
ग्वालियर
और
मुरैना
में
बीजेपी
काा
प्रदर्शन
बेहद
खराब
रहा।
पार्टी
सूत्रों
का
तो
यहां
तक
कहना
है
कि
विधानसभा
चुनाव
में
जनता
का
जो
गुस्सा
यहां
दिखा,
वह
अभी
तक
शांत
नहीं
हुआ।
खुद
नरेंद्र
सिंह
तोमर
2019
में
किसी
और
सीट
से
लड़ने
की
इच्छा
जता
चुके
हैं।
इसी
प्रकार
से
मुरैना
सीट
पर
भी
प्रत्याशी
बदलने
की
तैयारी
है।
नरेंद्र
सिंह
तोमर
ने
ग्वालियर
की
जगह
विदिशा,
भोपाल
या
मंदसौर
से
लड़ने
की
इच्छा
जताई
थी।
अब
समस्या
यह
है
कि
विदिशा
से
शिवराज
सिंह
चौहान
का
टिकट
लगभग
पक्का
है।
भोपाल
से
पार्टी
किसी
ब्राह्मण
उम्मीदवार
को
मैदान
में
उतारना
चाहती
है।
अब
सिर्फ
मंदसौर
सीट
ही
बचती
है।
इन सीटों पर बज रही बीजेपी के लिए खतरे की घंटी
वैसे तो बीजेपी मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रही है, लेकिन अंदर की बात यह है कि विधानसभा चुनावों के ट्रेंड कई सीटों पर खतरे की घंटी बजा रहे हैं। हालांकि, यह एक तर्क हमेशा सामने आता है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मुद्दे अलग-अलग होते हैं। बहरहाल, कुल मिलाकर खबर यही है कि बीजेपी को कई सीटों पर खतरा लग रहा है। ये सीट हैं- धार, खरगौन, राजगढ़, होशंगाबाद, शहडोल, खजुराहो और देवास। इन सीटों पर बीजेपी को खास तैयारी करनी है। इसके अलावा- भोपाल, ग्वालियर, दमोह, इंदौर, बैतूल और मुरैना में भी संकट की आहट है।