लॉकडाउन के बाद महाराष्ट्र-गुजरात नहीं, ये 5 राज्य इकोनॉमी सुधारने में मदद कर रहे हैं
नई दिल्ली- भारत की जीडीपी में 27% योगदान देने वाले 5 राज्य अनलॉक-1.0 में देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में सहायता कर रहे हैं। ये राज्य देश में अर्थव्यवस्था के केंद्र माने जाने वाले महाराष्ट्र या गुजरात जैसे राज्य नहीं हैं, बल्कि ये राज्य हैं कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब और हरियाणा। दुनिया के सबसे बड़े लॉकडाउन खुलने के बाद से इन पांचों राज्यों में आर्थिक गतिविधियों ने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। एलारा सिक्योरिटीज की स्टडी में ये जानकारी सामने आई है।
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यह स्टडी बिजली की खपत, ट्रैफिक मूवमेंट, थोक बाजारों में कृषि उत्पादों के पहुंचने और गूगल मोबिलिटी डेटा के विश्लेषण से सामने आई है। मुंबई में एलारा सिक्योरिटीज की एक अर्थशास्त्री गरिमा कपूर ने इनके बारे में जानकारी दी है। पंजाब और हरियाणा में बिजली की मांग बढ़ी है, जिससे लगता है कि खेती की गतिविधियों में तेजी आ रही है। यहां तक कि दिल्ली में भी बिजली की मांग में बढ़त दिखाई दे रही है। कपूर का कहना है कि, 'देश में गतिविधियों में तेजी नजर आ रही है, लेकिन यह फिलहाल छिटपुट ही दिखाई दे रही है।'
जबकि, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे औद्योगिक राज्यों में कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर अभी भी कई तरह की पाबंदियां हैं, इसलिए इकोनॉमी के लिए ये धुरंधर राज्य फिलहाल इसे गति देने में पिछड़ते दिखाई पड़ रहे हैं। बता दें कि भारतीय अर्थव्यवस्था करीब 203 लाख करोड़ की है।
बता दें कि जिन इलाकों में कोरोना वायरस का संक्रमण नियंत्रण में है, वहां पर 8 जून से शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट और धार्मिक स्थल खोलने की भी इजाजत दी गई है। गरिमा कपूर का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए सबसे बड़ा स्टिमुलस पैकेज सामान्य आर्थिक गतिविधि का जारी रहना है और सरकार अब इसी दिशा में काम कर रही है।