Monsoon Session 2020: 68 साल के इतिहास में संसद में पहली बार दिखीं ये 15 अनोखी बातें
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जहां अब रोजाना 90 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हुआ। सांसदों में कोरोना वायरस को लेकर भय व्याप्त है, लेकिन संसद सचिवालय ने इससे बचाव के लिए कई खास इंतजाम किए हैं। इसमें कुछ चीजें तो ऐसी हैं, जो संसद के इतिहास में पहली बार हो रही हैं।
इस बार क्या है खास?
1- इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए सत्र में सिर्फ 50 प्रतिशत सदस्य ही रहेंगे। मौजूदा वक्त में राज्यसभा और लोकसभा में सदस्यों की संख्या करीब 780 है।
2- सभी सांसदों का कोविड-19 टेस्ट करवाया गया। जिन सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें सत्र में आने की इजाजत मिली है।
3- सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी, आंध्र प्रदेश से सांसद देवी माधवी, नागौर (राजस्थान) के सांसद हनुमान बेनीवाल, बुलढाणा (महाराष्ट्र) के सांसद प्रताप राव जाधव और महाराजगंज (बिहार) के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल कोरोना पॉजिटिव हैं। ये इस सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे।
4- ICMR ने संसद के लिए एक विशेष व्यवस्था की थी। जिसके तहत अब तक सांसदों और कर्मचारियों को मिलाकर करीब 4 हजार टेस्ट किए गए हैं।
फोटोग्राफर-कैमरामैन को इजाजत नहीं
5- जिन पत्रकारों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें ही संसद में जाने की इजाजत है। इसके अलावा मीडिया वाले सांसदों और मंत्रियों का इंटरव्यू संसद परिसर में नहीं ले सकते हैं। फोटोग्राफर और कैमरामैन को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
6- अधिकांश संसदीय संचालन डिजिटल हो चुके हैं। स्पीकर ओम बिड़ला के मुताबिक सभी सांसदों ने अपने प्रश्न डिजिटल माध्यम से भेजे हैं।
7- सुरक्षा में तलाशी की जगह स्क्रीनिंग की जा रही है। सभी दरवाजों को टच फ्री बनाया गया है। इसके अलावा थर्मल स्कैनिंग भी टच-फ्री है। संसद परिसर के अंदर 40 अलग-अलग जगहों पर सैनिटाइजर लगाए गए हैं। किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए वहां पर एंबुलेंस तैयार है।
8- सत्र 1 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें एक भी दिन छुट्टी नहीं होगी। मंगलवार से राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 9 से 1 बजे तक होगी, तो वहीं लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे से 7 बजे तक चलेगी।
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बैठने के लिए खास व्यवस्था
9- सदन के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन होगा। जिसके तहत दर्शक दीर्घा और गैलरी में भी सांसद बैठेंगे। इसके अलावा सभी के लिए मास्क अनिवार्य होगा।
10- आमतौर पर सांसदों को बोलने के लिए खड़ा होना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। वो बैठकर भी अपनी बात रख सकते हैं। इसके अलावा संक्रमण को रोकने के लिए सूक्ष्म कीटाणुनाशक अल्ट्रावॉयलेट विकिरण-लाइट्स का प्रयोग किया जाएगा। एसी के जरिए वायरस ना फैले इसके लिए भी विशेष उपाय किए गए हैं।
11- सभी सांसदों को मल्टी-यूटिलिटी कोरोना वायरस किट मिली है। जिसमें 40 डिस्पोजेबल मास्क, पांच एन-95 मास्क, 50 मिलीलीटर के सैनिटाइजर की 20 बोतलें, 40 जोड़ी ग्लव्स, बिना टच के दरवाजे खोलने और बंद करने के लिए विशेष हुक शामिल हैं। इसके अलावा इसमें इम्युनिटी को बढ़ाने वाले टी-बैग भी हैं। इस किट को डीआरडीओ ने तैयार किया है।
12- स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी सांसदों को निर्देश दिए हैं कि वो फेस टू फेस बात ना करें। उनको समझाने के लिए एक विशेष क्लिप भी तैयार की गई है।
कई मंत्री सांसद अब तक संक्रमित
13- वहीं सभी कार्यालयों और इंट्री प्वाइंट पर अल्ट्रावॉयलेट बॉक्स रखे गए हैं, ताकी ये सुनिश्चित हो सके कि बाहर से आने वाले सभी दस्तावेज सैनिटाइज होकर आएं।
14- सांसदों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले जूते, फर्नीचर, बैग, ट्रॉलियों और कारों का समस-समय से सैनिटाइज किया जाएगा। सेंट्रल हॉल को पूर्व सदस्यों और पत्रकारों के लिए नो गो जोन घोषित किया गया है।
15- अभी तक कम से कम 7 मंत्री कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा दो दर्जन सांसद ऐसे हैं, जो कोरोना वायरस से ठीक हो चुके हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 785 सांसदों में से करीब 200 ऐसे हैं, जिनकी उम्र 65 वर्ष से ज्यादा है। अभी तक कोरोना से एक सांसद की मौत हुई है।