KailashYatra: कैलाश मानसरोवर के रास्ते से राहुल गांधी का ट्वीट- यहां नफरत नहीं शांति है
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर लगातार सुर्खियों में हैं, उनकी यात्रा इस वक्त भाजपा खेमे में और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। इन्हीं चर्चाओं के बीच अब कांग्रेस के युवराज ने tweet किया है।
राहुल गांधी का ट्वीट- यहां नफरत नहीं शांति है
राहुल गांधी ने बुधवार सुबह ट्वीट किया है कि एक इंसान तब ही कैलाश जाता है, जब उसे बुलावा आता है, मैं काफी खुश हूं कि मुझे ये मौका मिला है, जो भी मैं यहां देखूंगा वह आपके साथ साझा करने की कोशिश करूंगा, इसके साथ ही राहुल गांधी ने कैलाश मानसरोवर के पास की मशहूर झील की तस्वीर भी tweet की है।
मानसरोवर झील का पानी काफी शांत है: राहुल गांधी
तस्वीर को शेयर करते हुए राहुल ने लिखा है कि मानसरोवर झील का पानी काफी शांत है, वह सिर्फ प्रदान करते हैं फिर भी कुछ नहीं खोते हैं, कोई भी यहां से पानी पी सकता है, यहां पर किसी तरह की नफरत नहीं है और इसी वजह से हम पानी की पूजा करते हैं।
राहुल गांधी के विमान में आई थी खराबी
गौरतलब है कि राहुल गांधी, 31 अगस्त को कैलाश यात्रा पर निकले थे, दरअसल कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी के साथ एक हादसा होते-होते बचा था, अचानक आकाश में उड़ान भरते वक्त उनका जहाज कई हज़ार फिट नीचे आ गया था, उसके बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि प्लेन अचानक 8 हजार फीट नीचे आ गया, मैं अंदर से हिल गया और लगा कि अब गाड़ी गई, तभी मुझे कैलाश मानसरोवर याद आया, अब मैं वहां दर्शन करने जाऊंगा और उसी वादे को पूरा करने के लिए राहुल गांधी इस वक्त यात्रा पर हैं।
मानस और सरोवर को मिलाकर बना है 'मान-सरोवर'
आपको बता दें कि हिंदू धर्म के लिए खास महत्व रखने वाली मानसरोवर तिब्बत की एक झील है। जो कि इलाके में 320 वर्ग किलोमाटर के क्षेत्र में फैली है। कैलाश पर्वत और मानसरोवर को धरती का केंद्र माना जाता है। यह हिमालय के केंद्र में है। मानसरोवर वह पवित्र जगह है, जिसे शिव का धाम माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत पर भगवान शिव साक्षात विराजमान हैं। मानसरोवर शब्द मानस और सरोवर को मिलाकर बना है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है- मन का सरोवर।
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