तीन वैक्सीन पर अमेरिकी और भारतीय कंपनियां कर रही है काम: तरनजीत सिंह संधू
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी की रोकथाम के लिए भारतीय और अमेरिकी कंपनियां एक साथ काम कर रही है। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि कम से कम तीन वैक्सीन हैं जिन पर कंपनियां काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम आपूर्ति श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इस विशेष संकट ने निश्चित रूप से अमेरिका को दिखाया है कि भारत काफी विश्वसनीय भागीदार है।
सैन
फ्रांसिस्को
से
रवाना
होगे
भारतीय
अमेरिका
में
भारत
के
राजदूत
तरनजीत
सिंह
संधू
ने
मीडिया
को
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि,
सैन
फ्रांसिस्को
से
पहली
उड़ान
थोड़ी
देर
में
रवाना
होगी
और
फिर
हम
4
अलग-अलग
हब
से
7
उड़ानें
भेजने
जा
रहे
हैं।
ये
सभी
एयर
इंडिया
के
हब
हैं,
और
ये
उड़ानें
भारत
के
विभिन्न
शहरों
में
जा
रही
हैं।
इससे
पहले
उन्होंने
बताया
कि
सप्ताह
में
25,000
लोगों
ने
पंजीकरण
कराया
है।
इन
25,000
लोगों
के
लिए
उड़ाने
सुनिश्वित
कर
ली
गई
हैं।
प्रथम
चरण
में
सात
उड़ानें
टेक-ऑफ
करेंगी।
अमेरिका-इजरायल
समेत
अन्य
देशों
के
साथ
काम
कर
रहा
है
भारत
अमेरिका
में
भारत
के
राजदूत
तरणजीत
सिंह
संधू
ने
कहा
कि
इस
महामारी
से
निपटने
के
क्रम
में
अमेरिका
व
इजरायल
समेत
अन्य
देशों
के
साथ
भारत
खड़ा
है।
अमेरिकी
यहूदी
आयोग
से
बातचीत
में
उन्होंने
कहा
कि
भारत
सरकार
अपने
मित्रों
से
संपर्क
में
है
और
मदद
के
लिए
तैयार
है।
साथ
ही
संधू
ने
बताया
कि
अमेरिका
व
भारत
के
बीच
बहुपक्षीय
मामलों
में
संबंध
है
ओर
दोनों
देश
वैश्विक
रणनीतिक
साझेदार
भी
हैं।
जानवरों
पर
किया
जाएगा
इसका
ट्रायल
आईसीएमआर
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
कोरोना
वायरस
की
वैक्सीन
तैयार
करने
के
लिए
पुणे
के
लैब
से
वायरस
स्ट्रेन
को
भारत
बायोटेक
को
भेज
दिया
गया
है।
जानकारी
के
मुताबिक
अगर
वैक्सीन
तैयार
हो
जाती
है
तो
सबसे
पहले
जानवरों
पर
इसका
ट्रायल
किया
जाएगा।
जानवरों
पर
ट्रायल
सफल
होने
के
बाद
इंसानों
पर
इसका
ट्रायल
किया
जाएगा।
कोरोना
की
वैक्सीन
विकसित
करने
के
लिए
नैशनल
इंस्टिट्यूट
ऑफ
वायरोलॉजी
(एनआईवी)
पुणे
में
अलग
किए
गए
वायरस
स्ट्रेन
का
इस्तेमाल
किया
जाएगा।
आईसीएमआर
की
ओर
जारी
बयान
में
बताया
गया
है
कि
एनआईवी
में
अलग
किए
गए
वायरस
स्ट्रेन
को
सफलतापूर्वक
बीबीआईएल
के
लिए
भेज
दिया
गया
है।
अब
वैक्सीन
तैयार
करने
पर
काम
किया
जाएगा।
भारत बायोटेक के साथ मिलकर ICMR बनाएगा कोरोना की वैक्सीन