एक राज्य जहां से अब तक कोई नहीं बना केंद्र में कैबिनेट मंत्री
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से सत्ता में आई राजग सरकार से छत्तीसगढ़ को निराशा ही हाथ लगी। दरअसल प्रदेश के कोटे में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनने का सौभाग्य आजतक इस राज्य के किसी सांसद को नहीं मिला है और इस बार भी यही हुआ। जब केंद्र में जब यूपीए की सरकार 10 साल तक रही तब 10-10 सांसद देने के बाद भी छत्तीसगढ़ के हाथ कुछ नहीं आया।
आदिवासी कोटे से मिला एक मंत्री पद
भाजपा के नेताओं के अनुसार इस बार दो सासंदों के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने का विचार था लेकिन आखिरी मंथम में केवल एक मंत्री पद दिया गया। आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह को आदिवासी कोटे से मंत्री बनाने का फैसला किया गया। इसके बाद राज्य के भाजपा नेताओं को उम्मीद थी कि राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय को भी मंत्री बनाया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
2004 में लोकसभा पहुंचे अजीत जोगी तो हो गया एक्सीडेंट...
साल 2004 के लोकसभा चुनाव में यूपीए की सरकार बनी थी। तब राज्य से केवल अजीत जोगी ही लोकसभा पहुंच सके थे। चुनाव में उनकी कार दुर्घटना हो गई थी। इसके चलते किसी भी सांसद को मनमोहन सिंह की सरकार में जगह नहीं मिल सकी। इसके बाद साल 2009 में जब लोकसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस के एक ही सांसद चुने गए डॉ चरणदास महंत। इन्हें राज्यमंत्री बनाया गया। वे कांग्रेस के दूसरे कार्यकाल में खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री बनाए गए।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद से छठी मंत्री होंगी रेणुका सिंह
छत्तीसगढ़ बनने के बाद से अब तक केवल 5 राज्यमंत्री बनाए गए हैं। भाजपा से डॉ रमन सिंह, रमेश बैस, दिलीप सिंह जूदेव और विष्णुदेव साय और कांग्रेस से डॉ चरणदास महंत। वहीं इस बार सिर्फ रेणका को राज्यमंत्री बनाया गया।
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