पश्चिम बंगाल में खचाखच रैली में लगा 'कोरोना इज गॉन' का नारा, बीजेपी नेता बोले, 'भाग गया कोरोना'
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने बुधवार को हुगली में एक राजनीतिक रैली में बंगाल में कोरोना संकट खत्म होने का अजीबोगरीब ऐलान किया, जबकि बंगाल में अभी भी कुल सक्रिय मामलों की संख्या 23, 341 है और 3770 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि बंगाल में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1.9 लाख के पार पहुंच गई है। हुगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता ने 'कोरोना इज गॉन' का नारा बुलंद किया।
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हुगली जिले के धन्यखली में जनसभा को संबोधित कर रहे थे दिलीप घोष
चौंकाने वाली बात यह है कि बंगाल बीजेपी नेता दिलीप घोष जब हुगली जिले के धन्यखली में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तो वहां मौजूद अधिकांश लोगों ने मास्क तक नहीं पहन रखा था। यही नहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल नहीं रखा गया। यही नहीं, बंगाल बीजेपी प्रमुख ने संबोधन के दौरान कहा कि दीदी( सीएम ममता बनर्जी) कोरोना के कारण नहीं, बल्कि बीजेपी के डर से लॉकडाउन लगा रहीं थी। संबोधन के दौरान खुद दिलीप घोष भी बगैर मास्क के नजर आए थे।
हम जहां कहीं भी जाते हैं, वह अपने आप ही एक रैली में बदल जाता है
सबसे बड़ी और खतरनाक बात जो दिलीप घोष ने अपने संबोधन में कही, वह यह थी कि उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल में रैली करेगी और हम जहां कहीं भी जाते हैं, वह अपने आप ही एक रैली में बदल जाता है। दरअसल, बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में होने वाले 2021 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुट गई है, जिसने लोकसभा चुनाव 2019 में ममता को कड़ी टक्कर दी थी और बंगाल के 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा करने में कामयाब हुई थी।
कोलकाता में 14 % से अधिक ने कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित की
हालांकि बीजेपी नेता दिलीप घोषणा की अजीबोगरीब घोषणा से इतर जून में आयोजित आईसीएमआर के सीरो सर्वे की घोषणा के मुताबिक राजधानी कोलकाता में 14 फीसदी से अधिक निवासियों ने कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित की थी। वरिष्ठ चिकित्सकों के मुताबिक सर्वेक्षण में संकेत मिला था कि महानगर में संचरण अधिक है, जो कोविड का मुकाबला करने के लिए झुंड प्रतिरक्षा या एंटीबॉडी विकसित करने में अक्षम है।
बुधवार को बंगाल में 3107 नए मामले दर्ज हुए, 53 मरीजों की मौत हुई
वहीं, पड़ोसी दक्षिण जिले 24 परगना में 2.5 फीसदी एंटीबॉडी लोगों में पाया गया है, जबकि अलीपुरद्वार जिले में यह आंकड़ा 1 फीसदी है। सीरो सर्वे में कहा गया है कि 1 फीसदी से कम एंटीबॉडी दर पश्चिम बंगाल के पूर्वाचंल जिले क्रमशः मेदिनीपुर, बांकुरा और झारग्राम जिलों में भी पाए गए हैं। भयावह तस्वीर यह है कि गत बुधवार को ही बंगाल में 3107 नए मामले दर्ज किए गए और राज्य में 53 कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
बंगाल में कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर केंद्र से विवाद आम है
उल्लेखनीय है पश्चिम बंगाल में अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय की टीमों के दौरे, परीक्षण किट, पीपीई और कोरोना से हुई मौतों की आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार से विवाद आम है। सीएम ममता बनर्जी आईसीएआर पर दोषपूर्ण किट भेजने का आरोप लगा चुकी है, जबकि इसके उलट आईसीएमआर बंगाल सरकार को कोरोना से हुई मौत का सही आंकड़ा रिपोर्ट नहीं करने के लिए फटकार लगा चुकी है।
पश्चिम बंगला में लॉकडाउन में विस्तार की घोषणा कर चुकी हैं सरकार
फिलहाल, पश्चिम बंगाल में वर्तमान में ममता सरकार ने कोरोना के मामलों को देखते हुए लॉकडाउन में विस्तार की घोषणा कर चुकी हैं, जहां लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को यहां कोविड-19 के 3107 नए मामले सामने आए और 53 मरीजों की मौत हुई। बंगाल में अभी 23, 341 सक्रिय मामले हैं और अब तक 3770 लोगों की मौत हो चुकी हैं। यहां कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1.9 लाख के पार पहुंच गई है।