पाकिस्तान नहीं किसी और के ही प्यार में कटवाई थी जिन्ना ने अपनी मूंछें
मोहम्मद अली जिन्ना...वो शख्स जिसने पाकिस्तान बनवाया, लेकिन जिन्ना की पहचान सिर्फ इतनी ही नहीं है, उनके बारे में जानने के लिए और भी बहुत कुछ है...
नई दिल्ली। मोहब्बत में अपनी माशूका के लिए लोग क्या कुछ नहीं कर गुजरते। इश्क का खुमारी जब चढ़ती है तो आशिक अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं। कुछ ऐसी ही दास्तान है पाकिस्तान का निर्माण करने वाले मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना के इश्क की। जिन्ना ने अपनी प्रेमिका के कहने पर अपनी मूंछे तक कटवा दी थी।
'मूंछें कटेंगी तभी करूंगी शादी'
वरिष्ठ पत्रकार शीला रेड्डी ने अपनी किताब, 'मिस्टर एंड मिसेज जिन्ना- द मैरिज दैट शॉक इंडिया' में जिन्ना की प्रेम कहानी और शादी को लेकर दिलचस्प खुलासे किए हैं। किताब के मुताबिक 1918 में जिस समय जिन्ना ने अपनी प्रेमिका रुत्ती पेटिट के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो रुत्ती ने उनके सामने शादी के बदले एक शर्त रखी। रुत्ती ने कहा कि अगर जिन्ना अपनी मूंछें कटवा लेंगे तभी वो उनसे शादी करेगी। फिर क्या था, जिन्ना ने मूंछें कटवा दी।
42 साल के जिन्ना और 18 साल की रुत्ती
जिन्ना ने रुत्ती को इम्प्रेस करने के लिए ना केवल अपनी मूंछें कटवाईं बल्कि अपना हेयर स्टाइल भी बदल लिया। इसके बाद बेहद शाही अंदाज में मुंबई के जिन्ना हाउस में 42 साल के जिन्ना और 18 साल की रुत्ती की शादी हुई। शीला रेड्डी ने अपनी किताब में लिखा है कि जिन्ना की शादी बेहद फिल्मी अंदाज में हुई। जिन्ना के साथ-साथ उनके पारसी दोस्तों ने भी अपनी मूंछें मुंडवा ली थी।
रुत्ती के पिता के वकील थे जिन्ना
शादी से अलग जिन्ना की प्रेम कहानी भी कम फिल्मी और दिलचस्प नहीं है। उन दिनों मोहम्मद अली जिन्ना देश के दिग्गज वकीलों में शुमार थे। रुत्ती के पिता सर दिनशॉ मानकेजी पेटिट के एक केस में जिन्ना वकील थे। केस के सिलसिले में जिन्ना अक्सर सर दिनशॉ के घर जाया करते थे, जहां उनकी नजरें 16 साल की रुत्ती से मिलीं। रुत्ती बेहद खूबसूरत और समझदार थीं। बात आगे बढ़ी तो दोनों ने एक दूसरे के प्यार को स्वीकार कर लिया और जिन्ना ने रुत्ती को अपनी जीवन संगिनी बनाने का फैसला किया। उस समय जिन्ना की उम्र 40 साल थी।
रुत्ती के पिता ने जिन्ना को घर से निकाल दिया
एक दिन रुत्ती के घर पर बातों-बातों में जिन्ना ने सर दिनशॉ से पूछा कि दूसरे धर्म में शादी करने पर आपके क्या विचार हैं। सर दिनशॉ ने कहा कि यह देश की एकता के एक अच्छा विचार है। बस जिन्ना को अपना मनचाहा जवाब मिल गया। जिन्ना ने बिना देर किए तुरंत सर दिनशॉ से कहा, 'मैं आपकी बेटी से शादी करना चाहता हूं।' जिन्ना की बात सुनते ही सर दिनशॉ गुस्से में भर गए और उन्होंने उसी समय उन्हें अपने घर से बाहर निकाल दिया।
2 साल के बाद हुआ दोनों का मिलन
इसके बाद जिन्ना और रुत्ती ने दो साल तक इंतजार किया। दो साल बाद जब रुत्ती 18 साल की हो गईं, तो उन्होंने 20 फरवरी 1918 को अपने पिता का घर छोड़ दिया। इसके बाद रुत्ती ने इस्लाम धर्म स्वीकार किया और जिन्ना के साथ शादी की। शादी में रुत्ती के परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ। इस शादी को लेकर उस समय सियासी गलियारों में काफी चर्चा हुई। ये भी पढ़ें- भाजपा विधायक ने कहा करोड़ों का जिन्ना हाउस, मिला दिया जाए मिट्टी में