मुंबई की मेयर ने नर्स बनकर कोरोना योद्धाओं का हौसला बढ़ाया
नई दिल्ली- देश में इस वक्त मुंबई सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की चपेट में है। मौके की नजाकत को देखकर मुंबई के बीएमसी की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में खुद को फिर से नर्स के तौर पर अस्पताल में उतार दिया है। नर्सिंग उनका पेशा रह चुका है और उन्होंने तय किया है कि समय की यह मांग है कि उन्हें कोरोना वॉरियर बनकर कोविड-19 से जंग लड़ना चाहिए। उनका मानना है कि उनको नर्स की ड्रेस में अपने साथ काम करता देख बाकी फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों का भी हौसला बढ़ेगा।
नर्स बनकर अस्पताल पहुंचीं मुंबई की मेयर
मुंबई के बीएमसी की मेयर किशोरी पेडनेकर राजनीति में आने से पहले नर्स थीं। अब उन्होंने तय किया है कि वो मुंबई के बीवाईएल नायर अस्पताल में नर्स की भूमिका निभाएंगी और कोरोना वायरस के मरीजों को बीमारी से लड़ने में सहायता देंगी। इससे पहले मेयर पेडनेकर ने बताया था कि मुंबई के 231 जोन कंटेंमेंट जोन को लिस्ट से बाहर रखा गया है, क्योंकि वहां पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। जाहिर कि 56 वर्षीय पेडनेकर जब खुद नर्स की लिबास में फ्रंट लाइन स्वास्थ्यकर्मियों की अगुवाई करेंगी तो इस महामारी से लड़ने में उनका हौसला भी बुलंद होगा। कुछ दिनों पहले उन्होंने मुंबई में पत्रकारों के लिए कोविड-19 टेस्टिंग कैंप आयोजित करवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। लेकिन, जब उनमें से कुछ पत्रकार पॉजिटिव आ गए तो इन्होंने बायकुला के अपने मेयर आवास में ही खुद को क्वारंटीन कर लिया था।
नर्सों का हौसला बढ़ाने के लिए आई हूं-मुंबई की मेयर
मुंबई की मेयर बनने से पहले वह महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के उरन स्थित जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट के एक अस्पताल में बतौर नर्स के रूप में काम कर चुकी हैं। वो बीएमसी की चार बार की कॉर्पोरेटर रही हैं और अभी मुंबई के जी/साउथ वार्ड का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो हाई प्रोफाइल वर्ली के बड़े इलाके को कवर करता है। वैसे वो मुंबई में ही जन्मीं और पली-बढ़ी हैं। उनके पिता वर्ली नाका में एक मिल वर्कर थे और शादी के बाद वह पति किशोर पेडनेकर के साथ मुंबई के लोअर परेल इलाके में शिफ्ट हो गईं थीं। हालांकि, घर की जरूरतों को देखते हुए वो 1992 में नर्स की नौकरी करने के लिए रायगढ़ चली गईं। उसी साल बाल ठाकरे से प्रभावित होकर वो शिवसेना में शामिल हो गई थीं। बीवाईएल नायर चैरिटेबल हॉस्पिटल और टीएन मेडिकल कॉलेज का दौरा करने बाद उन्होंने कहा है कि, 'हम सभी जानते हैं, हम लोग संकट से गुजर रहे हैं........नर्सें काम पर हैं......सेकंड और थर्ड इयर की नर्सिंग स्टूडेंट्स भी काम कर रही हैं। मुझे उनके साथ आना है, उनका हौसला बढ़ाने के लिए। ' उन्होंने ये भी कहा कि समय की ये मांग है कि नागरिकों को घर पर रहना चाहिए......उनकी मदद के लिए हम यहां हैं।'
मुंबई में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मरीज
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में कोविड-19 के कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 8,068 पहुंच चुकी है। जिसमें पांच हजार से ज्यादा मामले तो अकेले मुंबई में हैं। महाराष्ट्र की कुल संख्या में से अब तक 1,076 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या उन्हें डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। प्रदेश में 342 लोगों की इस बीमारी की वजह से मौत हुई है। जबकि, आज शाम तक पूरे देश में कुल संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 27,892 हो चुकी थी, जिनमें 20,835 केस सक्रिय हैं और 6,184 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। लेकिन, इस बीमारी से लड़ते हुए 872 लोगों की जान जा चुकी है।
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