यहूदी और मुस्लिमों के बाद अमेरिका में सिखों के खिलाफ दर्ज हुए सबसे ज्यादा धार्मिक घृणा के मामले
नई दिल्ली। विदेशों में भारतीय मूल के नागरिकों के साथ अक्सर मारपीट और जानलेवा हमलों की खबरें आती रहती हैं। हाल ही में अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (एफबीआई) की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में निशाना बनाए गए धार्मिक समूहों में सिख तीसरे स्थान पर हैं। सिखों के खिलाफ पिछले वर्ष 2018 में 60 मामले रिपोर्ट हुए थे।
यहूदियों
पर
हुए
सबसे
ज्यादा
हमले
मंगलवार
को
जारी
एफबीआई
की
वर्षिक
रिपोर्ट
में
सबसे
ज्यादा
यहूदियों
के
खिलाफ
835
मामले
उसके
बाद
मुस्लिमों
के
खिलाफ
188
मामले
और
फिर
सिखों
के
खिलाफ
60
घृणा
अपराध
के
मामले
दर्ज
हुए।
इसके
अलावा
91
मामले
अन्य
धर्मों
के
खिलाफ
दर्ज
किए
गए
हैं,
इनमें
हिंदू
और
बौद्ध
भी
शामिल
हैं।
एफबीआई
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक
पिछले
साल
कानून
का
अनुपालन
कराने
वाली
एजेंसियो
ने
घृणा
अपराध
के
7,120
मामले
दर्ज
होने
की
जानकारी
दी
है।
हैरान
करने
वाली
रिपोर्ट
एफबीआई
ने
बताया
के
वर्ष
2018
में
दर्ज
हुए
5,566
घृणा
अपराध
के
मामले
व्यक्तियों
के
खिलाफ
अपराध
के
रूप
में
वर्गीकृत
किया
है।
इनमें
से
46
फीसदी
मामलों
में
डराने
जैसे
अपराध
शामिल
हैं
वहीं,
34
फीसदी
हमले
और
18.4
फीसदी
मामले
ऐसे
हैं
जिसमें
गंभीर
अपराध
को
अजाम
दिया
गया
है।
बाकि
के
2,641
मामलों
में
एफबीआई
ने
संपत्ति
के
खिलाफ
अपराध
माना
है,
जिसमें
बर्बरता
और
चोरी
शामिल
है।
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अमेरिका
में
अभी
भी
नस्लभेद
रिपोर्ट
में
बताया
गया
कि
अमेरिका
में
24
हत्याएं
और
22
बलात्कार
के
मामलों
को
घृणा
अपराध
के
रूप
में
दर्द
किया
गया
है।
इन
हत्याओं
में
11
धार्मिक
लोगों
से
जुड़ी
हत्याएं
शामिल
हैं
जिन्हें
एक
यहूदी
विरोधी
ने
गोली
मारकर
मौत
के
घाट
उतार
दिया
था।
वहीं
नस्लभेदी
मामलों
में
अफ्रीकी
अमेरिकियों
को
सबसे
ज्यादा
मुश्किलों
का
सामना
करना
पड़ा
है।
नस्ल
या
वंश
के
आधार
पर
हुए
घृणा
अपराध
के
मामलों
में
47.1
फीसदी
केस
अफ्रीकी-अमेरिकी
के
खिलाफ
दर्ज
हुए।