2.62 लाख ऑटो-कैब वालों को इस प्रदेश की सरकार ने दिए 10-10 हजार रुपये
नई दिल्ली- आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने कोरोना लॉकडाउन के वक्त में बड़ी राहत दी है। उन्होंने 2 लाख 62 हजार से ज्यादा ऑटो-टैक्सी और कैब के मालिकों और ड्राइवरों को 10-10 हजार रुपये की सहायता दी है। ये रकम असल में अक्टूबर में दी जानी थी, लेकिन कोरोना लॉकडाउन के चलते उन्होंने चार महीने पहले ही दे दिया है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने एक वीडियो कांफ्रेंस में सभी स्टेकहोल्डर्स की मौजदूगी में पैसे देने की प्रक्रिया शुरू की।
ऑटो-कैब ड्राइवरों को 10-10 हजार रुपये
आंध्र प्रदेश सरकार ने 2,62,495 ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों और मालिकों को 10-10 रुपये की एडवांस पेमेंट की है। यह रकम उन्हें जीविका चलाने के लिए समय से चार महीने पहले ही दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने अपने चुनाव अभियान में ही इस फ्लैगशिप योजना का वादा किया था। बाद में 4 अक्टूबर, 2019 को ये स्कीम वाईएसआर वाहन मित्र योजना के नाम से लॉन्च की गई थी। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ऑटो-टैक्सी-मैक्सी कैब मालिकों और ड्राइवरों को यह रकम वितरित करने की प्रक्रिया वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शुरू की। इस वीडियो कांफ्रेंस में आंध्र प्रदेश के सभी 13 जिलों के कलेक्टर और ऑटो-कैब ड्राइवर और उसके मालिक शामिल हुए।
चुनावी वादे के तहत शुरू की गई थी स्कीम
इस दौरान मुख्यमंत्री और सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने याद दिलाया कि चुनाव से पहले आंध्र प्रदेश में 3,648 किलोमीटर की पदयात्रा के समय ऑटो और टैक्सी ड्राइवरों ने अपनी चिंताएं जाहिर की थीं और सरकार बनाने के बाद उन्होंने उनकी चिंताओं का समाधान कर दिया। सीएम ने कहा कि ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों को मुश्किलें न झेलनी पड़े या उन्हें निजी ऋणदाताओं से मोटे ब्याज पर लोन नहीं लेना पड़े, इसलिए उन्होंने इस स्कीम की शुरुआत की है। हालांकि, ये रकम स्कीम शुरू होने की वर्षगांठ या 4 अक्टूबर, 2020 को जारी की जानी थी, लेकिन लॉकडाउन के मद्देनेजर उसे 4 महीने पहले ही जारी कर दिया गया है। यह इसलिए किया गया है कि इनके परिवारों को मौजूदा हालात में वित्तीय तंगहाली का सामना न करना पड़े।
रकम मिलने से ऑटो-टैक्सी वाले खुश
आंध्र प्रदेश सरकार ने ये भी कहा है कि कुछ तकनीकी और खाता संबंधी खामियों के चलते जो लोग पिछली बार यह रकम नहीं ले पाए थे, उन्हें अब दो इंस्टॉलमेंट साथ में ही मिल जाएंगे। जगन मोहन के मुताबिक, '12,200 लाभार्ती तकनीकी और खाता संबंधी खामियों के चलते पिछले साल पैसे नहीं ले पाए थे, उन्हें अतिरिक्त 10,000 रुपये मिलेंगे। 'पिछले साल लाभार्थियों की संख्या 2,36,334 थी, जिसमें इस साल 37,756 लाभार्थी और जुड़े हैं, जिन्हें मिलाकर कुल 2,62,756 लाभार्थी हो चुके हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है। इस दौरान चित्तूर जिले की नागा लक्ष्मी ने कहा कि 'मैंने 3 साल पहले ऑटो चलाना शुरू किया था। यह रकम कोविड-19 लॉकडाउन के चलते जो हमारा नुकसान हुआ है, उससे उबरने में मदद करेगा।' लक्ष्मी ने अपने पति की मौत के बाद ऑटो चलाना शुरू किया था। दूसरे ड्राइवरों ने सरकार की इस मदद को सही समय में मिलने वाला मदद बताया है।
इसे भी पढ़ें- SC से केंद्र ने कहा- लॉकडाउन के दौरान वेतन भुगतान कंपनी और कामगारों के बीच का मामला