India China Row: मोल्डो में 15 घंटे तक चली 9वें दौर की बातचीत, भारत ने दोहराया-चीन को पीछे हटना ही पड़ेगा
The 9th round of India China Corps Commander level talks finished around 2:30 am today : भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद के बीच रविवार को भारत और चीन के मध्य 9वें दौर की बातचीत देर रात ढाई बजे तक चली। 15 घंटे तक चली ये मैराथन वार्ता ईस्टर्न लद्दाख स्थित चुशुल सेक्टर के मोल्डो में हुई, वार्ता में मुख्य रूप से दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को एलएसी पर पीछे हटने को लेकर बातचीत की। मालूम हो कि बैठक से पहले ही एयरचीफ मार्शल ने चीन को दो टूक कह दिया था कि भारत को भी आक्रामक होना आता है लेकिन वो बातचीत से ही पहले समस्या का हल चाहता है।
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इससे पहले 6 नवंबर 2020 को दोनों देशों की सेनाओं के बीच बैठक हुई थी। गौरतलब है भारत और चीन के बीच तकरीबन 9 महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों ही देशों की ओर से लद्दाख में सेना और हथियारों की भारी तैनाती की गई है। भारत की ओर से आर्टिलरी गन, टैंक सहित तमाम हथियार सीमा पर तैनात रखे हैं लेकिन वो शांति से ही सीमा विवाद को सुलझाने की कोशिशों में लगा हुआ है।
LAC पर चीन ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई
लेकिन चीनी पक्ष बार-बार समझौतों का उल्लंघन कर भरोसे को कमजोर कर रहा है। अब चीन ने सितंबर में भारत के साथ हुए समझौते का उल्लंघन किया है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना ने बीते कुछ महीनों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव वाले क्षेत्रों में चीन ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई है। जबकि चार महीने पहले सितम्बर में चीन ने खुद ही प्रस्ताव दिया था कि दोनों पक्षों को तनाव कम करने के लिए संघर्ष वाले क्षेत्र में और सैनिकों को नहीं भेजना चाहिए। फिलहाल चीन की इस हरकत के बाद भारतीय सेना भी पूरी तरह से सतर्क है। उसने भी अपनी स्थिति में परिवर्तन किया है।
'हम बातचीत के माध्यम से इस मसले का हल निकाल लेंगें'
जबकि दो दिन पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने भारत (india) और चीन (china) के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध (India China East Ladakh standoff) पर मीडिया में बयान दिया था कि जब तक चीन अपने सैनिकों को कम नहीं करता, तब तक भारतीय सैनिकों की संख्या में कमी नहीं आएगी लेकिन उन्होंने विश्वास दिलाया कि, हम बातचीत के माध्यम से इस मसले का हल निकाल लेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा था कि, भारत तेजी से बॉर्डर के इलाकों में निर्माण कार्य कर रहा है और चाइना ने हमारे कुछ प्रोजेक्ट्स का विरोध भी किया है लेकिन भारत पीछे नहीं हटने वाला है, हम किसी को भी अपनी सीमा में घुसने नहीं देंगे।