सोशल मीडिया का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे आतंकी
नई
दिल्ली।
लड़कियों
के
नाम
से
'फेक
प्रोफाइल'
तैयार
कर
यूजर्स
को
फंसाया
जाता
है।
सुनीत
के
मामले
में
सामने
आए
ऐसे
तथ्यों
ने
फिर
अलर्ट
किया
है।
खासकर
पाकिस्तानी
लड़कियों
के
नाम
से
बने
फेसबुक
आईडी
से
सावधान
रहने
की
हिदायत
दी
गई
है।
दरअसल पश्चिमी उप्र में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और आंतकी गतिविधियों के मामले लगातार सामने आए हैं।
करीब 14 वर्ष पहले जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को छुड़ाने के लिए पश्चिमी उप्र के ही सहारनपुर में पांच विदेशी नागरिकों को बंधक बनाने की घटना सामने आयी थी। इसके अलावा पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में शाहिद इकबाल भट्टी उर्फ देवराज सहगल भी सहारनपुर से पकड़ा गया था।
वहीं जनवरी, 2010 में भी रुड़की के गंगनहर थाना पुलिस के साथ एटीएस, एसटीएफ द्वारा पकड़े गये आईएसआई एजेंट आबिद अली उर्फ असद अली उर्फ अबू बकर उर्फ अजीत सिंह निवासी हंजरवाल, थाना ठोकर न्याजबेग, लाहौर से भी गोपनीय दस्तावेज और रुड़की छावनी का नक्शा बरामद हुआ था।
पूछताछ में सामने आया था कि आरोपी ने पश्चिमी उप्र में रहकर यह जानकारियां एकत्रित की थी। साल 2010 में मार्च के महीने में मुंबई में आतंकी संगठन लश्कर के रियाज, अब्दुल लतीफ को मुंबई एटीएस ने पकड़ा था।
उसके पास से प्रदेश के मऊ और सहारनपुर जनपदों के फोन नंबर मिले थे। देवबंद निवासी जमीयत ए उलेमा हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी को आतंकी यासीन भटकल ने धमकी दी थी।
दिल्ली में पकड़े गये लश्कर आतंकी अब्दुल सुभान का पुत्र आलम भी सहारनपुर का छात्र रहा। अब्दुल सुभान ने भी देवबंद से धार्मिक पुस्तकें खरीदी थीं।
इन्हीं सबको देखते हुए इसी सप्ताह मेरठ से पकड़े गये आईएसआई एजेंट आसिफ अली के बाद सेना के जवान सुनीत कुमार के मामले को देखते हुए सहारनपुर पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए फेसबुक पर पाकिस्तान से सावधान रहने की नसीहत दी है।
गौरतलब है कि सेना के जवान सुनीत कुमार की फेसबुक फ्रेंड पूनम प्रकाश लिरोडा सेना पर रिसर्च के बहाने सैन्य जानकारी जुटाती रही। इस मामले में अभी कई अहम खुलासे होने की उम्मीद की जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।