रमजान में सीजफायर के बीच ही पुलवामा में आतंकियों ने किया सबसे बड़ा हमला, एक जवान शहीद
रविवार देर रात जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों ने आर्मी कैंप पर हमला किया है। मोदी सरकार की ओर से रमजान माह में सुरक्षाबलों को सीजफायर का आदेश दिए जाने के बाद यह पहला आतंकी हमला है। इस हमले में एक जवान शहीद हो गया है।
श्रीनगर। रविवार देर रात जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों ने आर्मी कैंप पर हमला किया है। मोदी सरकार की ओर से रमजान माह में सुरक्षाबलों को सीजफायर का आदेश दिए जाने के बाद यह पहला आतंकी हमला है। इस हमले में एक जवान शहीद हो गया है। हमला दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित काकपोरा आर्मी कैंप पर हुआ है। हमले के दौरान हुई क्रॉस फायरिंग में एक आम नागरिक की भी मौत हो गई है। कुछ ही दिनों पहले केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के अनुरोध को मानते हुए सेना और सुरक्षाबलों को कोई भी ऑपरेशन लॉन्च न करने के निर्देश दिए थे। फिलहाल सेना की ओर से जानकारी दी गई है कि पुलवामा में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। यह भी पढ़ें-कैसे पाकिस्तान से एलओसी और फिर कश्मीर में दाखिल होते हैं आतंकी, जेहादी ने बताया सारा सच
50 राष्ट्रीय राइफल्स का कैंप
रक्षा प्रवक्ता की ओर से हमले पर बयान दिया गया है। प्रवक्ता ने कहा है, 'आतंकियों ने कायरता का परिचय देते हुए काकपोरा आर्मी कैंप पर हमला किया है। इस हमले में एक सैनिक शहीद हो गया है। आतंकियों को जवाब देने के लिए सेना की ओर से कार्रवाई जारी है।' आतंकियों ने 50 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर हमला किया था। सीजफायर के निर्देश के बाद भी सरकार की ओर से सुरक्षाबलों को एक्शन लेने की छूट दी गई थी। सरकार ने कहा था कि हमला होने की स्थिति में सेना स्थिति को देखते हुए कार्रवाई करने के लिए आजाद है।
पुलवामा में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन
पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि पुलवामा में स्थित जिला अस्पताल में आंसू गैस के गोले फायर करने पड़े हैं। यहां पर जैसे ही क्रॉस फायरिंग में मारे गए नागरिक बिलाल अहमद गनाई के शव को लाया गया, लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को एक्शन लेना पड़ा। इससे पहले राज्य की पुलिस और गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि युद्धविराम का कश्मीर घाटी में एक सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है। यहां पर आतंकी गतिविधियों के साथ ही पत्थरबाजी की घटनाओं में भी कमी आई है। इसके साथ ही अधिकारियों की ओर से इस बात की तरफ भी इशारा किया गया था कि अगर नतीजे सकारात्मक रहे तो फिर सीजफायर को रमजान माह के बाद भी बढ़ाया जा सकता है।
आर्मी चीफ जनरल रावत ने दी वॉर्निंग
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की ओर से लगातार एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर (आईबी) पर फायरिंग जारी है। पिछले हफ्ते यानी 16 से 23 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से जारी फायरिंग में आठ नागरिकों की मौत हो गई थी। वहीं नौ सुरक्षाकर्मी भी पाकिस्तान की फायरिंग में घायल हो गए थे। शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत जम्मू कश्मीर में थे। जनरल रावत ने यहां पर आतंकियों को कड़ा संदेश दिया और साथ ही साथ घाटी में जारी युद्धविराम की स्थिति पर भी कड़ा रुख अख्तियार किया। जनरल रावत ने यहां पर कहा कि आतंकी गतिविधियों के जारी रहने की स्थिति में सीजफायर जैसे निर्देश का पालन नहीं किया जा सकेगा।