एलओसी पर आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय हैं लेकिन हम तैयार हैं, जून माह मारे गए 48 आंतकीः डीजीपी
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय हैं और लगातार आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश जारी है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद केंद्र शासित प्रदेश की घुसपैठ रोधी ग्रिड वहां बरकरार है।
उन्होंने कहा, सीमा पर और भीतरी इलाकों में हमारी घुसपैठ रोधी ग्रिड बरकरार है, लेकिन एलओसी पर सक्रिय पाकिस्तानी लॉन्च पैड आतंकवादियों को इस तरफ धकेलने की कोशिश करते रहते हैं और सुरक्षाबलों ने उनकी घिनौती हरकतों को नाकाम किया है और ऐसा आगे भी करते रहेंगे।
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जून के महीने में आतंकवाद-रोधी अभियानों में 48 आतंकवादी मारे गए
नियंत्रण रेखा (एलओसी) के किनारे और पुंछ में सुरक्षा का जायजा लेने के बाद मीडिया से बात करते हुई डीजीपी ने बताया कि जून के महीने में आतंकवाद-रोधी अभियानों में 48 आतंकवादी मारे गए हैं। जम्मू के सीमावर्ती जिले पुंछ में सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने कई आतंकवाद-रोधी अभियानों की अगुवाई की है, जिनमें कई आतंकवादियों और उनके कमांडरों को ढेर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के दौरान अब तक 128 आतंकवादी मारे गए हैं। इनमें से अकेले जून के महीने में 48 आतंकवादी मारे गए हैं।
इस वर्ष मारे गए 128 आतंकवादियों में से 70 हिजबुल मुजाहिदीन के हैं
डीजीपी ने आगे बताया कि इस वर्ष के दौरान मारे गए 128 आतंकवादियों में से 70 हिजबुल मुजाहिदीन के हैं, वहीं लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के 20-20 हैं, बाकी अन्य आतंकवादी संगठनों से हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार को बिजबेहरा में एक ऑपरेशन में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए दोनों आतंकवादियों का हाथ पिछले सप्ताह पांच साल के एक बच्चे और सीआरपीएफ जवान की हत्या में रहा है। इसी तरह अकबाल ऑपरेशन में डोडा जिले के अंतिम आतंकवादी को खत्म कर दिया गया, जिसे क्षेत्र को अब आतंक मुक्त बना गया है।
मारे गए लॉन्च पैड सक्रिय आतंकी भारत में घुसपैठ के प्रयास कर रहे थे
उन्होंने बताया कि आतंकवादी लॉन्च पैड पाकिस्तान में सक्रिय थे और भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ के प्रयास किए जा रहे थे। डीजीपी के मुताबिक अतीत में ऐसे कई प्रयासों को नाकाम किया गया है और भविष्य में भी उन्हें नाकाम कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह देखने को मिला है कि आतंकी रैंकों में शामिल होने वाले स्थानीय लड़कों की संख्या में कमी आई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल दक्षिण कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकवादियों का सफाया करने में सफल रहे हैं।
कश्मीर में सकारात्मक विकास हुआ, अब कश्मीर युवा हथियार नहीं उठा रहे
उन्होंने बताया कि कश्मीर में सकारात्मक विकास यह हुआ है कि जो भोले-भाले युवा आतंकवादियों द्वारा ब्रेनवॉश किए जाते थे, वे अब उनके हथियार नहीं उठा रहे हैं। इनकी संख्या में भारी कमी आई है। वे अपने परिवारों और सुरक्षा बलों द्वारा एक सामान्य जीवन जीने की ओर प्रेरित हुए हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर से की गई नई भर्तियों में केवल 24 सक्रिय हैं, जिन्हें यथोचित निपटा जाएगा।