हैदराबाद के एनजीओ में लग रही है आतंकियों की सेंध
हैदराबाद।
पिछले
दो
हिस्सों
में
आपने
पढ़ा
कि
कैसे
म्यांमार
के
रोहिंग्या
मुसलमान
भारत
के
लिए
एक
बड़ी
आतंकी
चुनौती
बन
गए
हैं
(Click
on
Previous)और
क्यों
उन्होंने
हैदराबाद
को
अपना
अहम
बेस
बना
लिया
है।
अब
पढ़िए
कि
क्यों
आतंकी
संगठन
इन
मुसलमानों
को
अपने
जाल
में
अासानी
से
फंसा
लेते
हैं।
इंटेलीजेंस ब्यूरो की चिंता
इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारियों की ओर से ध्यान दिलाया गया था कि यह मुद्दा वाकई देश के लिए बड़ी चिंताजनक बात है। अभी तक तो भारत सिर्फ बांग्लादेश से गैरकानूनी तरीके से आने वाले नागरिकों के मुद्दे का सामना कर रहा था लेकिन अब इस बात की पुष्टि भी हो चुकी है कि दूसरे देश के लोग भी अवैध तरीके से भारत आ रहे हैं।
आतंकी संगठनों की ओर से भारत में उनके ऑपरेटिव्स को आसानी से दाखिल कराया जा रहा है। रोहिंग्या मुसलमानों से जुड़े इसे मुद्दे के भी और ज्यादा संवेदनशील होने की संभावना है।
एनजीओ में भी लगी आतंकियों की सेंध
शरण और सुरक्षा के मकसद से कई रोहिंग्या मुसलमान हैदराबाद पहुंच चुके हैं। वह कुछ एनजीओ की ओर से मुहैया कराई गई जगहों पर रह रहे हैं। आतंकी संगठनों ने अब इन एनजीओ तक में सेंध लगा ली है। एनजीओ में रहने वाले कई रोहिंग्या मुसलमान आसानी से इनके झांसे में आ रहे हैं।
हैदराबाद पुलिस की एक रिपोर्ट पर अगर यकीन करें तो रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी संस्कृति और खाने पीने की आदतें भारतीयों से जरा भी मेल नहीं खाती हैं और वह काफी निराशा भरे माहौल में रह रहे हैं।
कुछ रोहिंग्या मुसलमानों ने तो पुलिस को यह भी बताया है कि वह भारत में नहीं रहना चाहते हैं और उनकी ख्वाहिश म्यांमार वापस जाने की है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि आतंकी वारदातों में शामिल होकर यह अपनी सरजमीं वापस हासिल करने में सफल हो सकेंगे।