मौसम के बदले मिजाज ने बैंगलोर निवासियों को डराया, जानिए क्यों?
बैंगलुरू। बदले मौसम मिजाज के कारण बैंगलुरूवासी बुरी तरह से डर गये हैं क्योंकि यह मौसम अस्थमा वासियों के लिए अच्छा नहीं है और बैंगलोर के 25 प्रतिशत बच्चे अस्थमा पीड़ित हैं।
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हालिया मेडिकल रिपोर्ट में ये बात सामने आयी है कि बढ़ने प्रदूषण के कारण बैंगुलरूवासियों के अंदर अस्थमा का रोग पनप रहा है इसलिए डॉक्टरों की सलाह है कि अस्थमा से पीड़ित और एलर्जिक लोग इस मौसम में बच कर रहे और जब भी घर के बाहर रहे तो सावधानी बरतें।
धूल, धुएं और मौसम बदलने से अस्थमा पनपता है
डाक्टरों के मुताबिक जिन लोगों को धूल से एलर्जी होती है, उन्हें प्रदूषण, धूल, धुएं और मौसम बदलने से अस्थमा रोग घेर लेता है। खासकर के बच्चे और बुजुर्ग सीधे इसकी चपेट में आते हैं, हालांकि पिछले कुछ समय से बैंगलोर के यंगस्टर्स भी इस रोग की चपेट में हैं। तापमान में कमी आने से अस्थमा प्रभावी हो जाता है। सर्दी-जुकाम के बाद लोगों को कफ जम जाता है
डॉक्टरों ने निम्नलिखित सवाधानियां बरतनें को कहा है..
सुबह और रात की सर्दी
अस्थमा रोगियों को सुबह और रात की सर्दी से बचाव करना चाहिए।
धूल से बचाव
अनाज की खुशबू और धूल से बचाव रखें।
मुंह और नाक पर कपड़ा
मुंह और नाक पर कपड़ा लगाकर बाहर निकले।
चिकित्सक की सलाह
खांसी जुकाम का असर होते ही चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए।
ताजा खाना खाए
गर्म पानी से नहाएं, ताजा खाना खाए।