तेलंगाना: सचिवालय में निर्माण कार्य के दौरान मंदिर-मस्जिद को पहुंचा नुकसान, ओवैसी ने कही ये बात
हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थित सचिवालय में इन दिनों पुराने भवन को तोड़ने का काम चल रहा है। इस दौरान मलबा गिरने से वहां स्थित मंदिर और मस्जिद को नुकसान पहुंचा है। जिसको लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। अब मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम चंद्रशेखर राव ने अपना बयान जारी किया। साथ ही घटना पर दुख व्यक्त करते हुए माफी भी मांगी है।
मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने कहा कि उन्हें पता चला कि धार्मिक स्थलों पर मलबा गिरने से उसे नुकसान पहुंचा है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था। सरकार का इरादा मंदिर-मस्जिद को नुकसान पहुंचाए बिना पुरानी इमारत को ध्वस्त करना था, ताकी नई इमारत का निर्माण हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही इस मामले में बैठक करेगी। साथ ही अब सचिवालय परिसर में एक विशाल मंदिर और मस्जिद का निर्माण किया जाएगा, चाहे इसके लिए करोड़ों क्यों न खर्च करने पड़े।
पाकिस्तान में भगवान कृष्ण के मंदिर निर्माण का रास्ता साफ, इस्लामाबाद HC ने खारिज की याचिका
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अली ने आरोप लगाया था कि सचिवालय परिसर में जानबूझकर धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया गया है। इस पर सीएम केसीआर ने कहा कि तेलंगाना एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है। यह घटना अप्रत्याशित रूप से हुई है। सभी को बिना किसी पूर्वाग्रह के इसे समझना चाहिए। वहीं इमारत तोड़ने को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। अब सरकार पुराने सचिवालय को तोड़कर वहां नई इमारत बनवाएगी।
ओवैसी
का
भी
आया
बयान
वहीं
मामले
में
एआईएमआईएम
के
अध्यक्ष
असदुद्दीन
ओवैसी
ने
कहा
कि
सीएम
ने
इस
घटना
को
लेकर
माफी
मांगी
है।
उन्होंने
कहा
कि
नए
परिसर
में
जल्द
ही
नए
धार्मिक
स्थलों
का
निर्माण
होगा।
वो
सीएम
के
इस
बयान
का
स्वागत
करते
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
इस
मामले
में
यूनाइटेड
मुस्लिम
फोरम
जल्द
विस्तृत
स्टेटमेंट
जारी
करेगा।