जियो उपभोक्ता हैं तो खुद को कोसिए, जिसने इनकमिंग रिंग अवधि पर चलाई है कैंची
बेंगलुरू। अगर आप भी पिछले कई महीने से मोबाइल फोन पर आने वाले कॉल के जल्दी कट जाने और फोन में मिस्ड कॉल होने की समस्या से दो चार हो रहे हैं, तो आप अकेले नहीं है। यह समस्या इसलिए पैदा हो रही है, क्योंकि अग्रणी टेलीकॉम कंपनी बन चुकी जियो ने इनकमिंग कॉल की रिंग की समयावधि को नियंत्रित कर दिया है, जिससे आपके फोन पर आने वाले इनकमिंक कॉल 25 सेकेंड के बाद खुद ब खुद कट हो जाते है।
हालांकि शुरूआत में यह समस्या सिर्फ जियो उपभोक्ताओं को ही झेलनी पड़ रही थी, लेकिन ट्राई द्वारा कोई व्यवस्था विकसित नहीं किए जाने से अन्य टेलीकॉम कंपनियों ने भी इनकमिंग रिंग अवधि 25 सेंकेंड कर दी है। एयरटेल ने सफाई देते हुए कहा कि उक्त यह फैसला उसने जियो द्वारा की गई शुरुआत के बाद लिया है, जिससे ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एयरटेल कंपनी के मुताबिक इंडस्ट्री द्वारा लगातार सूचना के बावजूद ट्राई ने जब कोई निर्देश नहीं दिए गए तो कंपनी को मजबूरन उपभोक्ता हितों के खिलाफ यह कदम उठाना पड़ा।
गौरतलब है इनकमिंग रिंग की समयावधि 25 सेकेंड तक नियंत्रित करने के पीछे जियो का तर्क है कि उपभोक्ता को यदि कॉल का जवाब देना होता है तो वह 15 सेकेंड के अंदर ही तय कर लेता है कि उसे जवाब देना है अथवा नहीं। इससे पहले तक ऑपरेटर्स के नेटवर्क पर 45 सेकंड का रिंग टाइम था। जियो द्वारा इनकमिंग रिंग की समयावधि पर नियंत्रण की आलोचना करते हुए एयरटेल ने आरोप लगाया कि जियो कंपनी ने राजस्व फायदे के लिए यह कार्ड खेला है।
एयरटेल के मुताबिक जियो कंपनी द्वारा इनकमिंग रिंग टाइम पर नियंत्रण करने से उपभोक्ताओं को समस्या हो रही है, क्योंकि जियो नंबर पर कम समय के लिए रिंग जाती है, जिससे जियो ग्राहक को इनकमिंग कॉलर को कॉल बैक करना पड़ता है। इसका राजस्व फायदा जियो को हो रहा है। वहीं, वोडाफोन-आइडिया ने इनकमिंग रिंग समयावधि को कम से कम 30 सेकेंड रखने का सुझाव दिया है। उसका कहना है कि प्राय: दुनियाभर में फोन की घंटी का समय इसी दायरे में होता है।
यानी अब अगर कोई आपसे शिकायत करता है कि आप उनका फोन नहीं उठाते या फिर आपके फोन में मिस्ड कॉल होते हैं तो आपके फोन में भविष्य में छूटी हुई कॉल यानी मिस्ड कॉल की संख्या बढ़ने वाली हैं। इसके साथ ही लोगों की यह शिकायत भी बढ़ने वाली है कि आप उनका फोन नहीं उठाते है, क्योंकि जियो उपभोक्ता ही नहीं, अब टेलीकॉम कंपनियां मसलन, एयरेटल और वोडाफोन भी इनकमिंग रिंग की समयावधि पर नियंत्रण करने जा रही हैं।
हालांकि उपभोक्ताओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एयरटेल और वोडाफोन कंपनी ने बाकायदा ट्राई से जियो के कदम की सूचना दे दी थी, लेकिन सूचना के बावजूद रेगुलेटर ने जब कोई निर्देश नहीं दिए गए तो दोनों कंपनियों के पास कोई और चारा नहीं रह गया। फिलहाल, रिलायंस जियो के नक्शे कदम पर चलते हुए अब भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने भी अपने नंबरों पर आने वाली इनकमिंग कॉल्स का समय कम कर दिया है। हालांकि वोडाफोन आइडिया ने अभी कुछ चुनिंदा सर्कल्स में रिंग टाइम में कटौती की है।
रिलायंस जियो के नक्शे कदम पर चलते हुए अब भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने भी अपने नंबरों पर आने वाली इनकमिंग कॉल्स का समय कम कर दिया है। इसके बाद अब अगर आप जियो, वोडाफोन आइडिया या फिर भारती एयरटेल के यूजर हैं तो आपका फोन 25 सेकंड से ज्यादा के लिए नहीं बजेगा। अगर इतनी देर में आपने कॉल रिसीव कर लिया तो ठीक नहीं तो मिस्ड कॉल हो जाएगा।
जियो उभोक्ताओं को जियो कंपनी का यह स्यापा इसलिए झेलना पड़ रहा है, क्योंकि भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) से मोबाइल फोन कॉल की घंटी की अवधि तय करने के बारे में अभी तक कोई व्यवस्था नहीं दिया गया है। देश दोनों बड़ी कंपनियनों ने ट्राई से इनकमिंग रिंग समयावधि के लिए कोई व्यवस्था बनाने अथवा दखल देने के लिए कई बार पत्र लिखकर आग्रह कर चुकी हैं। वहीं जियो कंपनी का कहना है कि यह सेवा प्रदाताओं पर छोड़ दिया जाना चाहिए, क्योंकि इस मामले में 'नियामकीय हस्तक्षेप की आवश्यकता ही नहीं है।
जियो कंपनी का कहना है कि ट्राई इस मामले पर यदि कुछ कहना भी चाहता है तो वह संदर्भ के लिए एक दिशानिर्देश के रूप में होना चाहिए और यह अनिवार्य निर्देश के रूप में नहीं होना चाहिए। ट्राई चाहे तो 20 से 25 सेकेंड के रिंग (घंटी) की सिफारिश कर सकता है, लेकिन प्रतिद्वंदी एयरटेल का कहना है कि इसका एक मानक स्तर होना चाहिए। उसकी राय में कॉल खत्म होने वाले एक्सचेंज पर घंटी की अवधि 45 सेकेंड और उद्गम एक्सचेंज पर यह 75 सेकेंड की होनी चाहिए।
माना जा रहा है टेलीकॉम इंडस्ट्री में एकाधिकार रखने वाली जियो कंपनी ने इनकमिंग रिंग की समयावधि में नियंत्रण लगाया है, जिससे उसको अधिक राजस्व का फायदा हो रहा है। हालांकि इस बारे ट्राई जल्द एक परिचर्चा पत्र जारी कर अपना विचार तय कर सकती है। ट्राई ने इस मुद्दे पर सभी ऑपरेटर्स से अपील की है कि वो आपसी सहमति से किसी समाधान पर पहुंचे जब तक कि वो खुद इस मुद्दे पर कोई औपचारिक सलाह नहीं ले लेता। ट्राई 14 अक्टूबर को इस मुद्दे पर एक खुल चर्चा करने की तैयारी भी कर रहा है।
उल्लेखनीय है जियो ने 21 फरवरी 2017 को 10 करोड़ यूज़र्स का आंकड़ा पार कर लिया था। रिलायंस जियो इंफोकॉम ने लॉन्चिंग के बाद से हर मिनट औसतन 1000 ग्राहक अपने नेटवर्क से जोड़े। इस तरह हर दिन करीब छह लाख नए ग्राहक जुड़े थे। कंपनी ने अपनी 4जी सेवाओं की औपचारिक शुरुआत पांच सितंबर 2016 को की थी। कंपनी ने अपने बिजनेस के पहले 83 दिन में ही पांच करोड़ ग्राहक का आंकड़ा पार कर ऐतिहासिक रिकार्ड बनाया था।
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