11 वर्षीय सफा जरीन के गांव में नहीं आता नेटवर्क, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ढूढ़ा ये जुगाड़, जीता सबका दिल
11 वर्षीय सफा जरीन के गांव में नहीं आता नेटवर्क, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ढूढ़ा ये तरीका, जीता सबका दिल
नई दिल्ली। मन में लगन और मजबूत इच्छाशक्ति हो तो इंसान को रास्ते में आने वाली बाधाएं भी रोक नहीं सकती हैं। तेलंगाना के बिलकुल पिछड़े हुए गांव में रहने वाली एक नन्हीं छात्रा ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। सरकारी अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय की छात्रा सफा ज़ेरेन ने सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें वायरल होने के बाद लाखों लोगों का दिल जीत चुकी हैं। उसे फोटो खेत में बनी मचान पर पढ़ाई करती बच्ची की है।
11 साल की सफा जरीन के पिछड़े गांव में नहीं आता नेटवर्क,
कोरोना काल में सरकारी हो प्राइवेट सभी स्कूलों की पढ़ाई इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन चह रही है। ऐसे में बीहड़ गांवों में रहने वाले कई छात्र ऑनलाइन शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। तेलंगाना सरकार द्वारा संचालित अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय की छात्रा सफा जरीन भी उन्हीं में से एक है। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें वायरल होने के बाद लाखों दिल जीते।
घर से कई किलोमीटर दूर खेत में बने मचान पर बैठकर कर पढ़ाई
सफा ज़रीन तेलंगाना के निर्मल जिले के रजारा के एक गाँव में रहती हैं। वह निर्मल में तेलंगाना अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय (TMRS) में पढ़ रही है। । वो तकनीकी समस्याएं और नेटवर्क सिग्नल की कमी गाँव के लोगों के सामने ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों के सामने आने वाली कुछ प्रमुख समस्याएं हैं। लेकिन इन बाधाओं ने ज़रीन के पढ़ाई करने की ललक और इच्छा को कम नहीं किया। एक विजेता की तरह पढ़ाई के प्रति अपना जज्बा कायम रखते हुए ज़रीन ने खेत में पेड़ पर बनी मचान पर अपनी पढ़ाई जारी रखने का फैसला किया।
मचान पर बैठकर कर रही ऑललाइन पढ़ाई
सफा जरीन तेलंगाना के एक ऐसे गाँव में रहती है जहाँ नेटवर्क नहीं रहता हैं। 2kms की दूरी पर ही बेहतर नेटवर्क मिलता है। इसलिए जरीना ने मक्के के खेत में पड़े पेड़ के सहारे बने मचान पर बैठकर अपनी ऑनलाइन पढ़ाई करने का निर्णय लिया। वो हर सुबह अपनी स्कूल की ड्रेस पहन कर अपना स्कूल बैग और पिता का मोबाइल लेकर गांव से दो किलोमीटर दूर इस मचान पर आकर बैठकर घंटों अपनी पढ़ाई करती हैं। वो इसी मचान पर बैठकर मोबाइल की सहायता से सभी ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेती है और ऑनलाइन कक्षाओं से संबंधित वीडियो देखने और होमवर्क करने के लिए घंटों इसी मचान पर पढ़ाई करती रहती हैं। जिस खेत के मचान पर वो बैठकर पढ़ाई करती हैं वहां से गुजरने वाला हर राहगीर उसकी पढ़ाई के प्रति लगन को सेल्यूट कर रहा है। वहीं 11 वर्षीय सफा जरीन बाकी बच्चों के लिए प्रेरणा बन चुकी है।
TSAT सामग्री केबल टीवी और YouTube पर उपलब्ध हैं
गौरतलब है कि तेलंगाना में लगभग 14 लाख छात्र वर्तमान में ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाई कर रहे हैं। 2020-21 तेलंगाना में शैक्षणिक सत्र 1 सितंबर से शुरू हो गया है और शिक्षण संस्थान और स्कूल बंद हैं, स्कूली छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि, तेलंगाना सरकार अपने टीएसएटी उपग्रह नेटवर्क चैनलों और दूरदर्शन के माध्यम से सरकारी स्कूल में कक्षा 3 से 10 तक पढ़ने वाले छात्रों के लिए ऑनलाइन सत्र आगे चला रही है। TSAT सामग्री केबल टीवी और YouTube पर उपलब्ध हैं।