कोरोना वैक्सीन लगवाने के 5 दिन बाद तेलंगाना में महिला स्वास्थ्यकर्मी की मौत, जांच शुरू
हैदराबाद। पूरे देश में कोरोना टीकाकारण का अभियान जोरो पर चल रहा है। अभी तक 14 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी है। इस बीच तेलंगाना में एक महिला हेल्थ वर्कर की वैक्सीन लेने के बाद मौत हो गई। महिला हेल्थ वर्कर ने 19 जनवरी को वैक्सीन लिया था। जिला एईएफआई (एडवर्स इफेक्ट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन) कमेटी इस मामले की जांच कर रही है और अपनी रिपोर्ट राज्य एईएफआई कमेटी को भेजेगी। तेलंगना के पब्लिक हेल्थ डायरेक्टर ने इस बात की जानकारी दी।
Recommended Video
इससे पहले तेलंगाना के निर्मल जिले के कुंठाला सरकारी अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले विठ्ठल नाम के शख्स का दिल का दौरा पड़ने मौत हो गई. विठ्ठल ने भी 19 जनवरी को 11 बजे कोरोना वैक्सीन ली थी. वो सरकारी अस्पताल में ड्राइवर के तौर पर काम करते थे. विठ्ठल की मौत पर निर्मल के चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा था कि इसका कोरोना वैक्सीन का मौत से संबंध नहीं है.
16 जनवरी से शुरू हो चुका है वक्सीनेशन
बता दें कि 16 जनवरी से देश भर में कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो गया है और प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा था कि सात और राज्य अगले सप्ताह से स्वदेशी तौर पर विकसित 'कोवैक्सीन' टीका लगाएंगे। दरअसल ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीसीजीआई) ने इस महीने की शुरुआत में भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक के स्वदेशी तौर पर विकसित 'कोवैक्सीन' को देश में सीमित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी थी, जिससे एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान का मार्ग प्रशस्त हो गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि वर्तमान में 'कोवैक्सीन' टीके का इस्तेमाल कर रहे 12 राज्यों के अलावा सात और राज्यों- छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब और पश्चिम बंगाल अगले सप्ताह से इस टीके का उपयोग करेंगे। अधिकारी ने कहा कि टीका लगाये जाने के बाद टीके के कारण कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव या टीकाकरण से संबंधित कोई मृत्यु होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।