सुशांत केस में CBI जांच की सिफारिश के बाद बोले तेजस्वी- RJD ये मांग करने वाली पहली पार्टी
नई दिल्ली। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई पुलिस की जांच पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। वहीं बिहार से जांच करने आई पुलिस टीम को भी मुंबई पुलिस का बिल्कुल सहयोग नहीं मिल रहा। जिसके बाद सुशांत के पिता केके सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की और उनसे सुशांत की मौत के मामले में सीबीआई जांच का आदेश देने का अनुरोध किया था। इसके बाद बिहार सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है। इसे लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया आई है।
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तेजस्वी यादव ने कहा है, आरजेडी ऐसी पहली पार्टी है, जिसने सबसे पहले सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच की मांग की थी। हमने राज्य विधानसभा में भी ये मांग मजबूती से उठाई थी। इस मामले में कोर्ट की निगरानी में होने वाली सीबीआई जांच बेहतर रहेगी। इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी सुशांत केस में सीबीआई जांच की मांग के लिए पहले सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात की थी और बाद में उन्हें पत्र लिखा था। इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से मांग की थी कि वह बिहार के पुलिस अधिकारी के साथ हो रहे गलत व्यवहार को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करें।
सीबीआई जांच की सिफारिश किए जाने के बाद भाजपा विधायक और सुशांत सिंह राजपूत के रिश्तेदार नीरज कुमार सिंह ने कहा, हम माननीय मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) जी का दिल से आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने करोड़ों फैन्स और परिवार की बातों को सुना और मामला सीबीआई को सौंपने का काम किया। JDU प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा, मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और बिहार सरकार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने हमारी सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में सीबीआई जांच की जो मांग थी उसकी सिफारिश कर दी है। जो भी अपराधी होगा उसके गिरेबान तक सीबीआई पहुंचेगी।
आपको बता दें सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने घर में मृत पाए गए थे और उनके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। उनकी मौत से छह दिन पहले ही उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की भी संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई थी। मुंबई पुलिस सुशांत के मामले की जांच कर रही है और अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। जिसके बाद सुशांत के पिता ने पटना में एफआईआर दर्ज करवाई। इसके बाद मामले की जांच के लिए बिहार पुलिस की टीम मुंबई पहुंची। लेकिन इस टीम को यहां ना तो जरूरी दस्तावेज दिए जा रहे हैं और ना ही मुंबई पुलिस कोई सहयोग कर रही है। इसके साथ ही जब पटना एसपी विनय तिवारी पहुंचे तो उन्हें जबरन क्वारंटाइन कर लिया गया, जबकि उनसे पहले आने वाले अधिकारियों को क्वारंटाइन नहीं किया गया था। जिसके बाद से मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार दोनों ही सवालों के घेरे में हैं।
सुशांत
के
दोस्त
ने
कहा-
सिद्धार्थ
पिठानी
से
ज्यादा
क्लोज
थीं
रिया,
दोनों
को
लेकर
किए
कई
बड़े
खुलासे