जब शादी में गईं राबड़ी देवी को अचानक सामने दिखे तेज प्रताप यादव
पटना। पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के लिए पटना सिविल कोर्ट में अर्जी देने के बाद से तेज प्रताप यादव घर नहीं गए हैं। वह लगातार परिवार से दूरी बनाए हुए हैं। मां राबड़ी देवी की लाख कोशिशों के बाद भी तेज प्रताप यादव उनसे मिले नहीं, लेकिन कहानी में अचानक नया मोड़ आ गया। शनिवार की रात तेज प्रताप यादव पटना आए। जगह थी- पटना के दरोगा राय पथ पर बना एक कम्युनिटी हॉल और मौका था- तेज प्रताप यादव के मौसेरे भाई की शादी का। शादी में तेज प्रताप यादव के अलावा परिवार के कई और सदस्य भी मौजूद थे। ससुर चंद्रिका राय, भाई तेजस्वी यादव और मां राबड़ी देवी भी शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे। उम्मीद के मुताबिक, ससुर चंद्रिका राय से तेज प्रताप ने कोई बात नहीं की। भाई तेजस्वी से भी तेज प्रताप ने बात नहीं की, पर मां का दिल तो अलग होता है। बेटा पास नहीं आया तो क्या मां राबड़ी देवी ने जैसे ही तेज प्रताप को खड़े देखा वह दौड़ी-दौड़ी बेटे के पास गईं। मां को सामने देखकर तेज प्रताप यादव भी भावुक हो गए।
मां राबड़ी देवी से पहले पहुंच गए थे तेज प्रताप यादव
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तेज प्रताप यादव शादी में परिवार के अन्य सदस्यों से पहले पहुंच गए थे। मां राबड़ी देवी थोड़ी देर बाद में पहुंची थीं। उन्होंने तेज प्रताप को देखा तो सीधे उनके पास चली गईं। दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत होती रही। मां राबड़ी देवी बेटे के साथ ही बैठ गईं। तेज प्रताप और राबड़ी देवी के बीच क्या बातचीत हुई, इस बारे में तो कोई खबर अब तक नहीं आई है, लेकिन शादी में मौजूद लोगों का कहना है कि दोनों ने काफी अच्छे माहौल में बातचीत की। तेज प्रताप मां से मिलकर काफी खुश लग रहे थे।
2 नवंबर को घर से निकले थे तेज प्रताप, तब से अब जाकर हुई मां से भेंट
तेज प्रताप यादव ने 2 नवंबर को पटना सिविल कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की थी। तलाक अर्जी की खबर सामने आते ही पता चला कि तेज प्रताप यादव पिता लालू यादव से मिलने रांची चले गए हैं। रांची में पिता से मिलने के बाद वह बोध गया लौटे और वहां एक होटल में रुके। तब उम्मीद की जा रही थी कि तेज प्रताप अब सीधे पटना मां राबड़ी देवी के पास आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तेज प्रताप यादव सिक्योरिटी को चकमा देते हुए बनारस बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए चले गए। बनारस से वह वृंदावन आ गए। इस दौरान राबड़ी देवी एक केस की सुनवाई के लिए दिल्ली आईं। माना जा रहा था कि दिल्ली में तेज प्रताप और राबड़ी देवी की मुलाकात हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद पटना लौटकर राबड़ी देवी ने कहा, 'तेज प्रताप मेरा बेटा है मान जाएगा।' हालांकि, मां के कहने पर भी तेज प्रताप नहीं माने। वह 28 नवंबर को पटना आए 29 नवंबर को कोर्ट की कार्यवाही में शामिल हुए और कुछ दिन पटना में बिताने के बाद कहीं चले गए। इसके बाद वह शनिवार को पटना लौटे और इस बार मां राबड़ी देवी से मुलाकात हो ही गई।
सरकारी बंगले के लिए आवेदन कर चुके हैं तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव पटना में रहकर भी परिवार के साथ नहीं रह रहे हैं। माना जा रहा है कि इसका कारण उनकी पत्नी ऐश्वर्या हैं, जो राबड़ी देवी के पास ही हैं। तेज प्रताप कह रहे हैं कि परिवार तलाक लेने में उनका साथ दे। दूसरी ओर मां राबड़ी देवी ने स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें बेटा चाहिए, लेकिन वह बहू को भी नहीं छोड़ सकती हैं। इस वजह से तेज प्रताप मां राबड़ी देवी के पास नहीं रह रहे हैं। तेज प्रताप ने बिहार सरकार के पास सरकारी बंगले के लिए आवेदन किया है। उन्होंने शनिवार को नीतीश कुमार उनका फोन न उठाने का आरोप भी लगाया। तेज प्रताप ने कहा कि नीतीश कुमार सरकारी बंगले की उनकी अर्जी को लटका रहे हैं।