तेजप्रताप के बाद अब मुश्किल में तेजस्वी यादव, तलाक के बीच एक और नई टेंशन
तेजप्रताप यादव के तलाक के बाद अब तेजस्वी यादव एक नए संकट में घिर गए हैं, जानिए क्या है ये नया संकट?
नई दिल्ली। तेजप्रताप यादव के तलाक के मामले को लेकर पहले से मुश्किलों में घिरा लालू प्रसाद यादव का परिवार अब एक नई मुसीबत में घिरता हुआ नजर आ रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन को मजबूत करने की तैयारियों में लगे तेजप्रताप यादव के छोटे भाई और इस समय आरजेडी की कमान संभाल रहे तेजस्वी यादव को इस पूरे विवाद से एक बड़ा झटका लगा है। सुलह की कोशिशों के बीच तेजप्रताप यादव जहां तलाक के मामले पर अपने कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं हैं, तो वहीं तेजस्वी यादव का ये नया संकट उनके परिवार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
दो-दो परेशानियों में घिरे तेजस्वी
तेजप्रताप यादव के तलाक के मामले से जहां परिवार में तनाव का माहौल है, तो वहीं लालू प्रसाद यादव भी बेटे की जिद के सामने बेबस नजर आ रहे हैं। पारिवारिक सूत्रों की मानें तो लालू यादव की तबीयत इस मामले के बाद पहले से ज्यादा बिगड़ गई है। दूसरी तरफ महागठबंधन को मजबूत करने की कोशिशों में लगे तेजस्वी यादव को तलाक के मामले से दोहरी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पहली- परिवार व पार्टी को एकजुट करने की, और दूसरी- महागठबंधन में सीटों का तालमेल बिठाकर एनडीए को मजबूत चुनौती देने की। तेजप्रताप यादव के तलाक विवाद के सामने आऩे के बाद से ही तेजस्वी यादव इन दोनों चुनौतियों से जूझ रहे हैं।
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तेजप्रताप का तलाक हुआ तो पड़ेगा गहर असर
दरअसल, तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय बिहार के एक बड़ी सियासी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके दादा बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पिता बिहार सरकार में मंत्री। वर्तमान में भी ऐश्वर्या के पिता आरजेडी के विधायक हैं। बीच में यह खबर भी आई थी ऐश्वर्या को लोकसभा का चुनाव लड़वाया जाएगा। तेजस्वी यादव की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि अगर तेजप्रताप यादव के तलाक का मामला ना सुलझा, तो पार्टी में बिखराव हो सकता है। परिवार में चल रहे विवाद का असर कहीं ना कहीं पार्टी पर पड़ना तय है। तेजस्वी यादव इस बात को बखूबी जानते हैं कि तलाक के मामले को लेकर विपक्ष भी उन्हें पर्दे के पीछे से घेरने की कोशिश करेगा और इसका असर 2019 के चुनावों में पड़ सकता है।
एनडीए चुस्त, महागठबंधन सुस्त
दूसरी तरफ, बिहार में एनडीए जहां लगातार बैठकें कर सीटों का गणित बिठाने में लगा है, वहीं उनके मुकाबले में महागठबंधन सुस्त पड़ा हुआ है। सूत्रों की मानें तो एनडीए में सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। उपेंद्र कुशवाहा को लेकर भी खबर है कि उन्हें देर-सवेर मना लिया जाएगा। जबकि, महागठबंधन के खेमे में इस समय कोई हलचल नजर नहीं आ रही। महागठबंधन के सबसे बड़े दल के नेता तेजस्वी यादव पारिवारिक विवाद की वजह से कोई बैठक या बातचीत नहीं कर पा रहे हैं। महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और अन्य दल भी तेजस्वी यादव की पहल के इंतजार में हैं। आरजेडी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव अपने भाई तेजप्रताप के तलाक मामले को लेकर सियासी तौर पर काफी घिरा हुआ महसूस कर रहे हैं।
तीन दिन बाद तलाक मामले पर सुनवाई
आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव ने बीते 2 नवंबर को ही पटना के फैमिली कोर्ट में अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक की अर्जी दाखिल की थी, जिसपर आगामी 29 नवंबर को सुनवाई होनी है। तेजप्रताप का कहना है कि उनकी शादी उनकी मर्जी के खिलाफ केवल सियासी फायदे के लिए कराई गई थी। तेजप्रताप ने यह भी कहा कि उनकी पत्नी और उनके विचार नहीं मिलते, इसलिए उन्होंने अलग होने का फैसला लिया है। वहीं, उनका परिवार इस मामले पर ऐश्वर्या के साथ खड़ा हुआ नजर आ रहा है। पिछले दिनों आईआरसीटीसी मामले में सुनवाई के लिए दिल्ली आईं राबड़ी देवी ने पटना लौटकर कहा था कि उनका बेटा जल्द ही वापस लौट आएगा लेकिन तलाक की अर्जी दाखिल करने के बाद से तेजप्रताप यादव अपने घर नहीं आए हैं।
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