कोवैक्सीन को अक्टूबर के अंत तक WHO से मिल सकती है आपात इस्तेमाल की मंजूरी
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर: भारत बायोटेक की कोविड -19 वैक्सीन कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिलने में थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस महीने के अंत तक इस वैक्सीन को अप्रूवल दे सकता है। कोवैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक लगातार डब्ल्यूएचओ को टीके के डेटा के बारे में जानकारी मुहैया करवा रहा है। हाल ही में संगठन के अनुरोध पर 27 सितंबर को अतिरिक्त जानकारी मुहैया करवाई गई थी।
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने रविवार को जानकारी दी कि डब्ल्यूएचओ के तकनीकी सलाहकार समूह की बैठक 26 अक्टूबर को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन के आपातकालीन उपयोग पर विचार करने के लिए होगी। उन्होंने आगे कहा कि औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य निकाय हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक के साथ मिलकर काम कर रहा है।
डब्ल्यूएचओ के अनुरोध पर, भारत बायोटेक ने 27 सितंबर को वैक्सीन पर अतिरिक्त जानकारी प्रस्तुत की थी। पिछले हफ्ते, विश्व स्वास्थ्य निकाय ने ईयूएल के लिए कोवैक्सिन को एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया। इस हालिया बयान के साथ, अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक कोविड -19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी उम्मीद मिलने की है। डब्ल्यूएचओ के एक्सपर्ट्स वर्तमान में इस जानकारी की समीक्षा कर रहे हैं और यदि सबकुछ ठीक रहता है तो फिर अगले हफ्ते डब्ल्यूएचओ के मूल्यांकन को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
कश्मीर पुलिस की एडवाइजरी- 'गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत सेना और पुलिस के शिविर में करें शिफ्ट'
बता दें कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआईवी) के सहयोग से भारत बायोटेक ने यह टीका विकसित किया था। निर्माताओं के अनुसार फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल में कोवैक्सिन 77.8 फीसद प्रभावी पाया गया था। भारत में कोरोना संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण अभियान में तीन टीकों का उपयोग कर रहा है। इनमें से एक सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया का कोविशील्ड है और दूसरा भारत बायोटेक का कोवैक्सिन है।