Teachers Day: राजस्थान सरकार का फरमान, सम्मान समारोह में मौजूद रहें शिक्षक वरना कटेगी सैलरी
राजस्थान सरकार ने शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि सभी शिक्षकों को इस कार्यक्रम में उपस्थित रहना है, अथवा उनकी सैलरी काट ली जाएगी।
जयपुर। राजस्थान सरकार ने शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि सभी शिक्षकों को इस कार्यक्रम में उपस्थित रहना है, अथवा उनकी सैलरी काट ली जाएगी। आदेश के अनुसार उन शिक्षकों के वेतन में कटौती की जाएगी जो इस कार्यक्रम में भाग लेने में नाकाम रहेंगे। इस कार्यक्रम में 33 जिलों में से एक-एक शिक्षक को सम्मानित किया जाएगा और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगी।
राजस्थान सरकार ने शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर फरमान जारी किया है। सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि सभी शिक्षकों को इस कार्यक्रम में उपस्थित होना जरूरी है, नहीं तो उनकी सैलरी में कटौती की जाएगी। जिन शिक्षकों ने 13 दिसंबर, 2013 के बाद नौकरी ज्वाइन की थी, उन सभी का कार्यक्रम में आना अनिवार्य है। इस दिन वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री पद संभाला था।
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कार्यक्रम में करीब 50,000 शिक्षकों के भाग लेने की उम्मीद है। जयपुर में आयोजित कार्यक्रम के लिए सरकार पहले ही ड्रेस कोड जारी कर चुकी है। शिक्षकों को इस कार्यक्रम में काले कपड़े पहन कर आने से मना किया गया है। जहां सरकार की ओर से कार्यक्रम की तैयारियां जोरों से की जा रही हैं, वहीं विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला बोला है।
विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि इतने भव्य कार्यक्रम के लिए सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व वरिष्ठ भाजपा विधायक घनश्याम तिवारी ने शिक्षकों का अपमान करने और शिक्षक दिवस समारोहों को राजनीतिक बनाने के लिए बीजेपी सरकार पर हमला किया।
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