चंद्रबाबू नायडू को एक और झटका, बीजेपी में शामिल हुए अंबिका कृष्णा
नई दिल्ली: तेलगुदेशम पार्टी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को एक और तगड़ा झटका लगा है। टीडीपी के चार राज्यसभा सासंदो के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता अंबिका कृष्णा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। अंबिका कृष्णा फिल्म प्रोड्यूसर होने के साथ-साथ एलुरु से विधायक भी रहे हैं। पार्टी के अधिकांश विधायकों के बीजेपी ज्वाइन करने के संकट के बीच पार्टी के लिए आंध्र में विपक्षी दल का तमगा छीनने का संकट आ गया है।
टीडीपी को लगा तगड़ा झटका
बीजेपी का फिलहाल आंध्र प्रदेश में कोई विधायक और सांसद नहीं है। अगर टीडीपी के दो तिहाई विधायक बीजेपी में शामिल होते हैं तो पार्टी आंध्र में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभर सकती है। सूत्रों की माने तो टीडीपी के विशाखापट्नम से विधायक घंटा श्रीनिवास के नेतृत्व में करीब 14 विधायक बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है। 175 विधानसभा सीटों वाली ईआंध्र विधानसभा में टीडीपी के 23 विधायक हैं। हालांकि, गंटा श्रीनिवास ने इंडिया टुडे से कहा कि वो टीडीपी में ही रहेंगे।
बीजेपी की नायडू से नाराज नेताओं पर नजर
बीजेपी उन टीडीपी नेताओं से बातचीत कर रही है, जो जो चंद्रबाबू नायडू से नाराज हैं। ये लोग नायडू को चुनाव में हार के लिए दोषी मानते हैं। इसके अलावा पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि चंद्रबाबू ने एनडीए से बाहर निकलकर सबसे बड़ी गलती की। बीजेपी की नजरें 2024 पर है, इसिलए वो टीडीपी नेताओं को अपने खेमे में ला रही है। बीजेपी आंध्र में कापू समुदाय पर भी विशेष ध्यान दे रही है, जिसमें लगभग 18% आबादी रेड्डी समुदाय की राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी है। रेड्डी समुदाय को कभी कांग्रेस का एक मजबूत वोट बैंक माना जाता था जो अब वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो गया है। वहीं कापू टीडीपी का मूल वोट बैंक था।
बीजेपी पवन कल्याण के संपर्क में
सूत्रों
का
कहना
है
कि
बीजेपी
जनसेना
के
प्रमुख
और
अभिनेता
से
नेता
बने
पवन
कल्याण
के
संपर्क
में
भी
है।
वो
मेगास्टार
चिरंजीवी
के
भाई
हैं।
लोकसभा
चुनाव
से
पहले
पूर्व
मंत्री
कन्ना
लक्ष्मी
नारायण
को
बीजेपी
ने
आंध्र
प्रदेश
में
अपना
प्रदेश
अध्यक्ष
बनाया
था।
वो
भी
कापू
समुदाय
से
आते
हैं।
टीडीपी
के
6
में
चार
राज्यसभा
पहले
ही
बीजेपी
में
आ
चुके
हैं।
उन्होंने
अपना
इस्तीफा
उपराष्ट्रपति
और
राज्यसभा
में
सभापति
वेंकैया
नायडू
को
सौंप
दिया
था।
जगन
मोहन
ने
नायडू
को
सत्ता
से
किया
आउट
जगनमोहन
रेड्डी
की
पार्टी
वाईएसआर
कांग्रेस
ने
आंध्र
प्रदेश
में
हुए
विधानसभा
चुनाव
में
175
विधानसभा
सीटों
में
से
151
सीटों
पर
जीत
हासिल
की
जबकि
एन
चंद्रबाबू
नायडू
की
टीडीपी
102
से
23
सीटों
पर
सिमटकर
रह
गई।
वाईएसआर
कांग्रेस
को
49.9
फीसदी
वोट
मिले
जबकि
टीडीपी
को
39.2
फीसदी
वोट
मिले।
वहीं
लोकसभा
की
25
सीटों
में
वाईएसआर
कांग्रसे
को
22
सीट
मिली।
जबकि
टीडीपी
को
3
सीट
मिली।
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