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कुख्यात तंदूर कांड का दोषी 23 साल बाद जेल से आया बाहर, बोला- मेरी जिंदगी कोरा कागज

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नई दिल्ली। जेल से रिहाई के बाद कुख्यात 'तंदूर कांड' के दोषी की आंखों में पछतावे के आंसू दिखाई दिए। करीब 23 साल की सजा काटकर तिहाड़ जेल से निकले सुशील शर्मा ने कहा, साईं बाबा और मां दुर्गा में मेरी आस्था है, मैं जेल में रोज भगवान की प्रार्थना करता था, अब मैं शिरडी जाने की योजना बना रहा हूं।' 23 साल की सजा काटने के बाद शर्मा के सामने नए सिरे से अपनी जिंदगी शुरू करने की चुनौती होगी।

23 साल की सजा के बाद तिहाड़ जेल से आया बाहर

23 साल की सजा के बाद तिहाड़ जेल से आया बाहर

23 साल पहले, साल 1995 में अपनी पत्नी नैना साहनी की हत्या करने और बाद में अशोक यात्री निवास (अब रॉयल प्लाजा) के छत पर शव को तंदूर में जलाने की कोशिश करने के केस में सजा काटकर शुक्रवार को शर्मा तिहाड़ जेल से बाहर आया। शर्मा ने कहा कि वो अपने-माता के साथ वैष्णो देवी जाना चाहता था लेकिन अब वे बुजुर्ग हो गए हैं और वे यात्रा नहीं कर सकते हैं।

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'मेरी जिंदगी अब कोरा कागज है'

'मेरी जिंदगी अब कोरा कागज है'

शर्मा ने कहा कि उसकी जिंदगी अब कोरा कागज है, और इसपर अब नई इबारत लिखनी है। शर्मा 24 जनवरी को 60वां जन्मदिन मनाएगा। उसने कहा, 'अब मेरा पूरा ध्यान अपने माता-पिता की सेवा करने पर है क्योंकि उनकी उम्र अधिक हो गई है, उन्होंने बिना किसी गलती के बहुत परेशानियों का सामना किया है।'

माता-पिता की करना चाहता है सेवा

माता-पिता की करना चाहता है सेवा

अपने 85 साल के पिता के बारे में शर्मा ने कहा कि हर रोज बिस्तर पर जाने से पहले वे सोचते थे कि क्या जेल से आने के बाद उसे देख पाएंगे? उसने कहा, 'जो कुछ हुआ, वो मेरी वजह से हुआ जिसमें एक की जान चली गई और दूसरे की जिंदगी मौत जैसी ही हो गई। मैंने सोचा कि उस वक्त ( जब पत्नी की हत्या की) क्या हुआ और किस कारण हुआ, इसका सबक मुझे मिल चुका है।'

तंदूर में जलाया पत्नी के शव को

तंदूर में जलाया पत्नी के शव को

23 साल पहले नई दिल्ली स्थित अशोक यात्री निवास (बाद में इसका नाम रॉयल प्लाजा हुआ, अब यह रॉयल होटल के नाम से स्थित है) के तंदूर से जो बदबू निकली थी उसने पूरे देश के रौंगटे खड़े कर दिये थे। इसी दिन सुशील शर्मा ने अपनी पत्‍नी नैना साहनी की हत्‍या की थी और उसकी लाश के टुकड़े को तंदूर में जला दिया था।सुशील शर्मा और नैना साहनी दोनों ही युवा कांग्रेस से जुड़े हुए थे। उस वक्‍त नैना का अफेयर मतलूब नामक युवक से था लेकिन घर वालों के विरोध के चलते वो उनकी शादी नहीं पाई। कुछ समय बाद नैना की नजदीकी सुशील शर्मा से बढ़ी और दोनों ने लव मैरिज कर लिया। शादी के बाद भी सुशील शर्मा को यह शक था कि उसकी पत्नी नैना साहनी का किसी और से प्रेम प्रसंग चल रहा है।

पत्नी की जासूसी भी करवा चुका था सुशील

पत्नी की जासूसी भी करवा चुका था सुशील

सुशील ने अपनी पत्नी नैना की जासूसी भी करवाई थी। एक दिन जब वो घर लौटा तो उसने देखा कि नैना फोन पर किसी से बात कर रही है। नैना ने जैसे ही फोन रखा सुशील ने री-डायल कर दिया। दूसरी तरफ फोन पर मतलूब था। सुशील गुस्‍से में आग बबूला हो गया और उसने नैना पर गोली चला दी। गोली लगते ही नैना की मौत हो गई। इसके बाद सुशील ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नैना के शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। दोनों नैना के शव को अशोक यात्री निवास ले गए।

English summary
Tandoor case convict Sushil Sharma, 'my life is a like blank paper now'
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