तमिलनाडु: तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का अपमान, बीजेपी की एक ट्वीट से मचा है घमासान
चेन्नई। डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन समेत राज्य के कई अन्य राजनीतिक दल के नेताओं ने सोमवार को तंजावुर जिले के पिलयारपट्टी में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा तमिल संत कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा पर गोबर पोतने के मामले की सख्ती से निंदा की। अपने कोलात्तूर विधानसभा क्षेत्र में पत्रकारों से वार्ता में स्टालिन ने आरोप लगाया कि हाल ही में भाजपा द्वारा सोशल मीडिया पर केसरिया कपड़े के साथ तिरुवल्लुवर की एक फोटो डालने के बाद प्रतिमा के साथ इस तरह की हरकत की गई है।
इसलिए लोगों को संदेह हो रहा है कि प्रतिमा के साथ हुए छेड़छाड़ में भाजपा की भूमिका है। उन्होंने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को जांच कर लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। ट्वीट कर स्टालिन ने कहा कि पहले पेरियार की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ हुई अब तिरुवल्लुवर की प्रतिमा के साथ हुआ है। तमिल भाषा की रक्षा के लिए आगे आए लोगों की प्रतिमा के साथ ही यह किया जा रहा है, जो कि सही नहीं है। राज्य की सत्तारूढ पार्टी एआईएडीएमके के हाथों में पुलिस विभाग होने के बावजूद भी ऐसे हालात को रोकने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है, जो कि शर्म की बात है।
सीपीआई राज्य सचिव आर मुत्तरसन ने भी प्रतिमा के साथ हुई छेड़छाड़ की निंदा की। यहां जारी एक विज्ञप्ति में मुत्तरसन ने कहा तिरुवल्लूवर और थिरुक्कुरल जाति और धर्म से परे थे और वे किसी एक व्यक्ति के नहीं है। भारतीययार, भारतीदासन के अलावा सीएन अन्नदुरई, पेरियार, जीवा और एम करुणानिधि समेत कई अन्य राजनीतिक दल के नेता भी तमिल कवि बने और तिरुवल्लूवर की प्रशंसा कर उनके सामने झुकते थे। ऐसे में तंजावुर कलक्टर और एसपी को तत्काल कदम उठा कर उनके प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिमा के साथ आज जो भी हुआ है वह आंतरिक मकसद से ही हुआ है। एमडीएमके महासचिव वाइको, वीसीके प्रमुख तोल तिरुमावलवन, एएमएमके महासचिव टीटीवी दिनकरण समेत अन्य नेताओं ने भी छेड़छाड़ की निंदा की।